मऊ जनपद में घाघरा नदी खतरे के निशान से हुई ऊपर

खबरें अभी तक। उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में घाघरा नदीं खतरे के निशान से 30 सेंन्टीमीटर उपर बह रही  है । जिले में घाघरा को खतरे के निशान पार करते ही नदी के तटवर्ती इलाके के गावों में पानी घुस गया है। जिले के दो तहसीलो के दर्जनो गांव घाघरा नदी के कटान के जद में है, नदी का पानी गांव के अन्दर तक पहूँच चुका है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिसकी वजह से आधा दर्जन गांवो का समपर्क मु्ख्य मार्ग से कट चुका है । ग्रामीणो को रोजमर्रा की जिंन्दगी में भारी दिक्कतों का सामना करना पर रहा हैं ।

किसानों की हजारों एकड़ फसल धान, बाजरा, मक्का, गन्ना, अरहर, सभी फसले पानी में डूब गया हैं। चिकित्सा स्वास्थय शिक्षा इन इलाकों में पूरी तरह से बेपटरी हो चुका है । घोसी तहसील और मधुवन तहसील क्षेत्र के दर्जन भर से ज्यादा गाव घाघरा नदी की चपेट में है । दस हजार से अधिक की आबादी बाढ के पानी से प्रभावित है । हजारो हेक्टयर फसल डूब चुकी है । जिला प्रशासन के आलाधिकारी लगातार मानिटरिग कर रहे है ।

जिले के मधुवन तहसील का देवारा क्षेत्र के इलाके में कई गावोंं में बाढ़ का पानी भर चुका हैं गाव का समपर्क मुख्य मार्गो से कट चुके हैं गावो में जाने वाले रास्तो मेंं घुटने के उपर तक पानी भरा हुआ है पिछले 15 दिनो से लगातार घाघरा का जलस्तर बढ रहा है । जिसकी वजह से गावं वालो को दुश्वारियों का सामना करना पड रहा हैं । मझौली, बिन्द टोलिया , बनचौरी , धर्मपुर विशूनपुर ,नई बस्ती में जाना वाले मुख्य रास्ते पूरी तरफ से पानी से डूब हऐ है।

तहसील क्षेत्र का चक्कीमुशाडोही गाव चारो तरप स पानी से घिरा हुआ है वहा के लोगो का जनजिवन पूरी तरह से प्रभावित है ।  गाव के लोग लठ्ठे के सहारे से गाव तक पहूँच रहे है या फिर  नावो से सहारे गाव में जाने का रास्ता है । नई बस्ती गाव के ज्यादातर मकान पानी से डूबे हुए है । गावं में रहने वाले लोगो को दुश्वारियो का सामना करना पडता है ।गांव वालो की मानो तो प्रशासन की तरफ से उन्हे कोई सुविधा नही मुहैय्या कराया जा रहा है।

गांव वालो की मांग है कि उनकी मद्दद जिला प्राशासन तत्काल करें । बच्चों को स्कूल जाने की समस्या ,लोगो का इलाज कराना एक बड़ा समस्या है ।