बालिका शिक्षा वाहिनी योजना जल्द शुरू होगी , 2 करोड़ सरकार द्वारा खर्च 

खबरें अभी तक। उपायुक्त पंकज कुमार ने कहा कि जिले में करीब 2800 बेटियों को घर से स्कूल तथा स्कूल से घर ले जाने व लाने के लिए बालिका शिक्षा वाहिनी योजना जल्द शुरू होगी। सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है, जिस पर करीब 2 करोड़ रुपए सरकार द्वारा खर्च किया जाएगा। उपायुक्त पंकज कुमार ने लघु सचिवालय के काफैंस हॉल में पत्रकार वार्ता की जिसमे उन्होंने कहा कि रोडवेज विभाग से भी बात हो चुकी है, जिन्होंने बच्चियों को स्कूल लाने व स्कूल से घर पहुंचाने के लिए 44 रूट तय कर लिए हैं। यह योजना इसी सत्र से शुरू हो जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि मेवात जिला पिछड़े जिलों में शामिल है, इसे विकसित करने की दिशा में सरकार द्वारा कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जिले के विकास के लिए वर्तमान सरकार द्वारा 177 घोषणाएं की गई है। जिनमें से 64 घोषणाओं पर काम पूरा हो चुका है, जबकि 59 घोषणाओं पर काम चल रहा है। वहीं 8 घोषणाओं की नॉन फिजीबल रिपोर्ट है। जिले में एक घोषणा ऐसी भी है जो वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री ने की थी, लेकिन वह अभी तक पूरी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि सीएम विंडो पर अब तक 4253 शिकायतें प्राप्त हुई है, जिनमें से सिर्फ 42 शिकायतें पेंडिंग है। 142 पर कार्रवाई चल रही है तथा जो पेंडिंग है, उनका भी जल्द समाधान कर शिकायतकर्ता को राहत दी जाएगी।

उपायुक्त ने बताया कि ग्राम स्वराज अभियान योजना के तहत जिले में 12 हजार 680 उज्जवल्ला योजना के गैस कनेक्शनों का लक्ष्य था, जबकि 12607 लोगों को कनेक्शन वितरित किए जा चुके है। साथ ही अन्य का सर्वे भी चल रहा है। प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना के तहत जिले में लगभग 4100 बिजली के नए कनेक्शन दिए गए हैं। श्री पंकज ने बताया कि बिजली की खपत को कम करने के लिए सब्सिडी रेट पर एक लाख 06 हजार 800 एलईडी बल्ब वितरित किए गए है। उन्होंने बताया कि जिले में जन-धन योजना के तहत 32 हजार बैंक खाते खोलने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके बदले 35 हजार 400 खाते खोले जा चुके हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का 5 हजार 200 का लक्ष्य था, जिले में 6 हजार लोगों का बीमा किया गया है।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 17 हजार 200 लोगों का बीमा किया गया है। श्री पंकज कुमार ने बताया कि नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में टीकाकरण की स्थिति बेहद दयनीय थी। लेकिन वर्तमान में 8689 महिलाओं को टीकाकरण करने के लक्ष्य के तहत 8869 महिलाओं को टीकाकरण किया गया है। जबकि 26 हजार 700 बच्चों के लक्ष्य के तहत 21 हजार 500 बच्चों का टीकाकरण हुआ है। बचे हुए बच्चों को भी टीकाकरण करने के लिए प्रयास जारी है।