चरखी दादरी: गौवंश की मौत से बंद हो रही नंदी शालाएं

खबरें अभी तक। चरखी दादरी जिला में लगातार हो रही गौवंश की मौत से क्षुब्ध गौरक्षक दल के सदस्य अब सरकार के मंत्री व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ गौहत्या का केस दर्ज करने सहित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कोर्ट में जाएंगे। गौ रक्षा, किसान संवर्धन जन आंदोलन यात्रा के दादरी पहुंचने पर गौरक्षकों ने बंद हो चुकी नंदीशालाओं का जायजा लिया। इस दौरान सैंकड़ों गायें व नंदियों की मौत को खुलासा हुआ। आचार्य योगेंद्र आर्य ने सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों पर चंदा एकत्रित कर हजम करने का आरोप लगाया।

गौरक्षा, किसान संवर्धन जन आंदोलन यात्रा के संयोजक आचार्य योगेंद्र आर्य के नेतृत्व में दादरी में पहुंची। यहां गौरक्षकों ने यात्रा का स्वागत करते हुए जिले में सैंकड़ों गौवंश की मौत होने का खुलासा किया। गौरक्षकों ने जिले में बंद पड़ी गांव कलियाणा व अटेला कला की नंदीशालाओं का जायजा लिया तो सैंकड़ों गौवंश के शव मिट्टी में दबे पाए गए। जिसके बाद गौरक्षकों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। आचार्य योगेंद्र आर्य ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर नंदीशालाएं खोली थी, यहां गौवंश की सेवा की बजाए आहते बन गए। यहीं कारण है कि नंदीशालाओं के नाम पर चंदा एकत्रित कर हजम कर लिया।

जिसके कारण भूख व प्यास से गौवंश की मौत होने लगी। आचार्य यागेंद्र ने कहा कि जिले में सैंकड़ों गौवंश की हत्या का केस दर्ज करवाने के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ेेगा। आचार्य योगेंद्र ने कहा कि आज देश में गायों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। सरकार गौ संवर्धन के लिए महज दावे करती है, लेकिन धरातल पर गायों के लिए कुछ नहीं किया गया। वहीं गौ सेवा दल के संयोजक ओमनिवास ने बताया कि अगर गाय बचेगी तो किसान बचेगी और किसान बचेगा तो देश बचेगा। गायों के लिए उन्होंने 16 अगस्त से महेंद्रगढ़ जिले से यात्रा शुरू की है, जो हरियाणा के सभी 22 जिलों से होते हुए 2 सितंबर को मेवात में खत्म होगी।

यात्रा के माध्यम से लोगों को गायों के प्रति जागरूता का संदेश दिया जाएगा। नंदीशालाओं में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत गायों का मामला सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।  गौवंश की मौत का जिम्मेदार कोई भी हो को हर हाल में सजा दिलाकर रहेंगें। इसके अलिए वो कोर्ट की मदद लेगें।