जान की किमत मात्र 275 रुपये

खबरें अभी तक। फतेहाबाद से भी अस्पताल की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है। जी हां अब तक बिना पैसों के प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों का इलाज नहीं किए जाने के मामले आपने सुने होंगे लेकिन यहां सरकारी अस्पताल में पैसे नहीं होने पर एक महिला पेशेंट का इलाज बाधित करने का मामला सामने आया है। फतेहाबाद के सरकारी अस्पताल में महिला मरीज की जान की कीमत मात्र 275 रुपये आंकी गई है।

अस्पताल में मात्र 275 रुपये की सरकारी फीस जमा नहीं होने पर ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ ने मरीज को इमरजेंसी वार्ड के बेड पर पड़े रहने दिया। दरअसल, महिला को घरेलू झगड़े में उसके पति ने छाती में चाकू मार दिया था और उसके बाद महिला को किसी ने अस्पताल पहुंचाया। पत्रकारों ने अस्पताल स्टाफ को 275 रुपये की सरकारी फीस जमा करवाई। ये फीस जमा होने के बाद महिला की एमएलआर काटी गई और उसे ड्रिप लगा लगाकर इलाज शुरू किया गया।