अटल बिहारी वाजपेयी की धर्म बहन डॉ. रमेश चक्रवर्ती का रो-रो कर बुरा हाल

ख़बरें अभी तक। फतेहाबाद में अटल बिहारी वाजपेयी की धर्म बहन डॉ. रमेश चक्रवर्ती का सदमे में, रो-रो कर बुरा हाल है. सन् 1975 में डॉ. चक्रवर्ती के घर कार्यकर्ताओं के साथ चाय पीने अटल बिहारी वाजपेयी रूके थे, डॉ. रमेश चक्रवर्ती बोलीं-राखी पर्व के इन्हीं दिनों में वे घर पहुंचे थे, अटल जी ने तिलक लगवाकर मुझसे राखी बंधवाई थी और 100 रुपये का नोट देते हुए धर्म बहन बनाया था. डॉ. रमेश के पिता डॉ. एन राय जनसंघ से जुड़े थे, डॉ. रमेश चक्रवर्ती बोलीं, अटल जी की तबीयत खराब होने की जानकारी मिली तो न्यूज चैनल के साथ दिनभर जुड़े रहे और अटल जी के स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे, लेकिन शाम को दुखद समाचार मिला, अब कुछ अच्छा नहीं लग रहा, जहां बैठकर अटल जी ने राखी बंधवाई उसी जगह खड़ी होकर वो पल याद कर रही हैं अटल जी की धर्म बहन, डॉ. चक्रवर्ती बोलीं-राखी बंधवाकर अटल जी ने संदेश दिया था-डॉ. बनकर ईमानदारी से देश की सेवा करना, अटल जी के देहांत पर डॉ. रमेश चक्रवर्ती बोलीं-ऐसे युगपुरूष देश में आते रहें तो देश अच्छे से चलता रहेगा.

डॉ. रमेश चक्रवर्ती जनसंघ के कार्यकर्ता डॉ. एन राय की बेटी हैं और सन 1975 में जब डॉ. एन राय के घर अटल बिहारी वाजपेयी पहुंचे तो डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने उनका स्वागत किया था और इन्हीं दिनों यानि राखी पर्व के दिनों का समय था जब डॉ. रमेश चक्रवर्ती के घर अटल बिहारी वाजपेयी पहुंचे थे. डॉ. अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उन्हें (डॉ. रमेश चक्रवर्ती) को अपनी धर्म बहन बनाने वाले पल को याद करते हुए डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने रूंधे हुए गले से बोलते हुए बताया कि 1975 में राखी पर्व के इन्हीं दिनों में सिरसा से फतेहाबाद आते हुए अटल जी ने उनके घर पहुंचकर चाय पीने और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की ईच्छा जताई थी.

इसके बाद घर पहुंचने पर अटल जी का उन्होंने स्वागत किया था और तब अटल जी ने मेरी पढाई के बारे में पूछा तो उन्हें मैंने बताया कि वह (डॉ. रमेश चक्रवर्ती) एमबीबीएस की तैयारी कर रही हैं. तब अटज जी ने उन्हें संदेश दिया कि डॉक्टर बनकर ईमानदारी से देश की सेवा करनी है. इस दौरान अटल जी ने मुझसे तिलक लगवाया और राखी बंधवाकर 100 रुपये का नोट दिया और अपनी धर्म बहन बनाते हुए सदैव संपर्क में रहने का वादा किया. इसके बाद वह राखी पर्व पर अटल जी को हमेशा राखी और राखी संदेश भेजती रहीं और अब अटल जी का इसी दौर में ठीक राखी पर्व से पहले यूं जाना, बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है. डॉ. रमेश चक्रवर्ती बोलीं कि अटल जी जैसे युगपुरूष का निधन होना देश ही नहीं बल्कि विश्व को भी एक बड़ा नुकसान है. वह भगवान से अटल जी की आत्मा को शांति की प्रार्थना करती हैं। डॉ. रमेश चक्रवर्ती का लगाव अटल जी कुछ यूं है कि उन्होंने अपने घर को आधुनिक ढंग से बना लिया है कि लेकिन जिस जगह बैठकर अटल जी को डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने तिलक लगाया, राखी बांधी घर की उस जगह को डॉ. चक्रवर्ती ने नहीं बदला और अटल जी के देहांत के बाद आज घर में उसी जगह खड़ी होकर डॉ. रमेश चक्रवर्ती अपने उस पल को याद कर रही हैं.