हरियाणा में एक बार फिर से जाट समुदाय आंदोलन के लिए तैयार

ख़बरें अभी तक। हरियाणा में जाटों ने आरक्षण से सम्बंधित मांगो को लेकर आंदोलन की शुरुआत कर दी है. प्रथम चरण में 9 जिलों के गांवों व कस्बों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यकर्मों में जाकर मांगो को लेकर सवाल पूछे जाएंगे. एक महीने के बाद समीक्षा कर जिले व मंत्रियों की संख्या बढ़ा दी जाएगी. किसी भी कार्यक्रम स्थल पर धरना नही दिया जाएगा. केवल सवाल पूछे जाएंगे.12 अगस्त को रोहतक जिले के जसिया गांव में जाटों ने भाई चारा सम्मेलन में 16 अगस्त से जाट आरक्षण से सम्बंधित मांगों को लेकर आंदोलन करने का एलान किया था.

जिसकी आज से शुरुआत हो रही है, हालांकि आज आंदोलन से सम्बंधित जिलों में कोई मुख्यमंत्री या वित्त मंत्री का कार्यक्रम नही है. वहीं सरकार की ओर से कहा जा चुका है कि जिन मांगो को लेकर सहमति बनी थी वे पूरी हो चुकी है, ऐसे में इस तरह से आंदोलन करने का कोई औचित्य नही है. ये प्रदर्शन रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार, कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत जिलों में होगा. इसके मद्देनजर हरियाणा पुलिस भी सतर्क हो गई है. पुलिस विभाग की छुट्टियां रद्द कर दी गई है और उन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है। बता दें कि अपनी मांगों के लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे जाट समाज के लोगों की सरकार से कई दफा बातचीत हो चुकी है. उनका कहना है कि जाट समाज से सरकार के जो समझौते हुए थे, सरकार ने उन्हें पूरा नहीं किया है.