मनोहर सरकार की बड़ी लापरवाही, मासूमों की जान पर बनी आफत

खबरें अभी तक। राजकीय प्राथमिक पाठशाला की छत गिरने का मामला सामने आया है। गरीमत रही की स्कूल की छत रात के समय गिरी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। बहादुरगढ़ के मेन बाजार स्थित प्राइमरी स्कूल की छत गिरने का पता सुबह चल सका। स्कूल स्टाफ ने स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की छुट्टी कर दी।

प्राइमरी स्कूल में करीब 180 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। सालों पहले इस स्कूल के दो कमरे जर्जर घोषित हो चुके हैं। स्कूल के सभी कमरों की दीवार और छत में मोटी मोटी दरारें आई हुई हैं। स्कूल स्टाफ द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूल बिल्डिंग की खस्ताहाल होने की जानकारी कई बार दी जा चुकी है। लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। प्रशासन की अनदेखी के चलते नन्हे मुन्ने बच्चे मौत के साए में पढ़ने को मजबूर हैं।

स्कूल की प्रिंसिपल तारावंती ने बताया कि शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के पास कई बार इसकी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से स्कूल को जल्द से जल्द बनाने की मांग की है और जब तक स्कूल का भवन बनकर तैयार नहीं होता, तब तक मेन बाजार के पास स्थित कम्युनिटी सेंटर में कक्षा लगाए जाने की भी बात कही है। वहीं बहादुरगढ़ नगर परिषद के पार्षद गुरुदेव राठी का कहना है कि वे खुद इसकी शिकायत शिक्षा विभाग को कई बार कर चुके हैं। लेकिन शिक्षा विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द स्कूल के भवन को दोबारा बनाने की मांग उठाई है।