अम्बाला में लगा मौत का झूला, झूले से दो लड़कियों की मौत

खबरें अभी तक। सावन माह में मंदिर के बाहर लगा झूला दो लड़कियों के लिए मौत का झूला बन गया। हादसा उस समय घटित हुआ, जब कुछ लोग गोल झूले पर चढ़े और फिर उस बोगी का एक डिब्बा अनियंत्रित हो गया जिस झूले में दीपमाला व् अंजलि नामक लडकियां झूला झूल रही थी । जिस कारण दोनों युवतियों पर सीमेंट की इंटरलॉकिंग टाइल पर गिरीं, जिस कारण उनकी मौत हो गई। पता चलते ही स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व् महिला कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता मौके पर पहुंचे, जिन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। साथ ही मामले में लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर कार्रवाई की बात कही। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मौत यूँ भी आती है ये बात दोनों लड़कियों ने नहीं सोची थी कि वे झूला झूलने की जिद करेगी और वे झूला ही उनके लिए मौत का कारण बन जायेगा ! अम्बाला की रंगिया मंडी में रहने वाली 18 वर्षीय अंजली व 25 वर्षीय दीपमाला मेरठ से अपनी बहन का सावन का सिंधारा लेकर आये मामा किशोरी लाल के साथ रविवार देर शाम हाथीखाना मंदिर गई। जहां मंदिर में माथा टेकने के बाद दोनों मंदिर के सामने लगे मेले में पहुंचीं। जहां दोनों झूले में बैठ गई। गोल झूले का वह डिब्बा लड़खड़ाने लगा, जिसमें वे दोनों युवतियां सवार थीं।

अचानक 48 फीट पर पहुंचते ही डिब्बा उल्टा हो गया और दोनों युवतियों झूले से बाहर नीचे सीमेंटेड टाइल पर गिर गईं। सिर व शरीर पर गहरी चोट लगते ही दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। लिहाजा युवतियों की नीचे गिरते ही शोर हुआ और लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई। उसी समय लोगों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। मगर वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतका के भाई ने बताया कि झूला झूलते समय दोनों सड़क पर गिर गई जिस कारण दोनों बहनो की मौत हो गई

परिजनों की अगर माने तो इसमें लापरवाही का सबसे बड़ा जिम्मेदार झूला संचालक है,क्योंकि झूला लगाने और उसकी देखरेख से लेकर तमाम सुरक्षा उपकरणों की जिम्मेदारी झूला संचालक की होती है। जो बिना मापदंड पूरे किये लोगों की जिंदगी से खेलता है ! नगर निगम पार्षद व् मृतकों का रिश्तेदार ललिता प्रशाद ने बताया कि ये दोनों लडकियां उनके पड़ोस में ही रहती है और झूला झूलते समय झूले से गिर गई जिससे इनकी मौत हो गई। ललिता प्रशाद ने कहा कि वे झूला संचालक के खिलाफ करवाई करवाने की मांग करते और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

वही अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव चित्रा सरवारा दो बच्चियों की मौत के बाद सिविल अस्पताल पहुंची। उन्होंने कहा कि ये काफी दर्दनाक हादसा है जिसमे झूला संचालक की लापरवाही ने दो बेटियों की जान ले ली । चित्रा ने कहा कि अब दोनों बच्चिया वापिस तो न यही आ सकती लेकिन सरकार को चाहिए कि कुछ मुआवजा इनके परिजनों को दे और झूला संचालक के खिलाफ जो कार्रवाई बनती है वो की जाए !