प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बनी किसानों के लिए वरदान

खबरें अभी तक। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना देश भर के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है इसको लेकर किसानों में काफी खुशी नजर आ रही हैं. किसानों का कहना है कि इस योजना के आंरभ होने से पूर्व किसी भी प्राकृतिक आपदा के आने के कारण किसान की फसल चौपट हो जाने की स्थिती में उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था और वह नुकसान होने के कारण उसे अपने दैनिक जीवनयापन करने में भी भारी कठिनाई होती थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में चल रही केंद्र सरकार ने किसानों के हित में यह बेहतर एंव उत्तम निर्णय लिया है.

जिसके कारण किसान की फसल की बर्बादी होने के पश्चात फसल बिमा से उसे प्रयाप्त मुआवजा मिल जाता है इससे किसानों को न के वल आर्थिक रूप से निजात मिली अपितु मानसिक तनाव से भी मुक्ती मिली है जिससे देश भर के किसान काफी राहत महसुस कर रहे हैं यह किसान योजना किसान हित में मिल का पत्थर साबित होगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में गांव को बीमा की ईकाई माना गया है।

इसके तहत कई बार सूखा  पडऩे तथा प्रतिकूल मौसम होने के कारण जब भी क्षेत्रों में फसलों की बीजाई या रोपाई नहीं होने पर बीमा का प्रावधान किया गया है। खड़ी फसल में बीजाई से कटाई तक फसलों पर सूखा, बाढ़ , जल भराव कीट व रोग , भूस्खलन, प्राकृतिक आग, ओलावृष्टि, आंधी तूफान से होने वाले नुक्सान को बीमा की परिधि में रखा गया हैं। फसल कटाई के बाद जब फसल खेत में पड़ी हो और अचानक चक्रावती बरसात , बेमौसमी बरसात से नुक्सान हो जाता है तो यह नुक्सान फसल बीमा योजना में शामिल हैं।

जिला पौधा संरक्षण अधिकारी  अनिल कुमार नरवाला ने बताया कि हरियाणा के जिला जींद में इस योजना  के वर्ष 2016  मेें आरंभ होने के उपरांत अब-तक 73 करोड़ 20 लाख की राशी किसानों को मुआवजे में वितरित कि जा चुकी है और जिला में  35 हजार किसान इस  योजना का लाभ ले चुके हैं। उन्होने बताया कि इससे पूर्व किसान की फसल खराब होने के कारण किसान कि आर्थिक  दशा  बहुत खराब हो जाती थी लेकिन अब केंद्र सरकार की इस जनकल्याणकारी योजना से किसानों की दशा सुधारने में यह बहुत ही लाभकारी साबित हो रही है।