अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लोग भूखमरी के कगार पर

ख़बरें अभी तक। बैजनाथ: जिला कांगड़ा का अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल में भले ही प्रशासन द्वारा राशन की पहली खेप साढ़े तीन क्विंटल कुल्लु जिला के पतली कुहल से रवाना की गई है लेकिन बड़ा भंगाल के वाशिंदों के लिए राशन 1100 क्विंटल की जरूरत है. हिमाचल घुमंतू पशुपालक महासभा के अध्यक्ष राजकुमार भट्ट, सचिव पवना कुमारी, कोषाध्यक्ष मेघराज तथा किसान सभा कमेटी बैजनाथ के अध्यक्ष अक्षय जसरोटिया ने  प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से  संयुक्त ब्यान में कहा. अक्षय जसरोटिया अध्यक्ष किसान सभा ने कहा कि वह किसी तरह भी लोगों को गुमराह करने की बातें नहीं कर रहे हैं बल्कि प्रशासन को बड़ा भंगाल के अतिरिक्त 84 धाराओं में रह रहे उन लोगों के बारे में अवगत करवा रहे हैं जो रास्ता टूटने के कारण इस वर्ष अपना राशन नहीं ले जा पाये है, उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में बड़ा भगाल में मात्र साढे 3 सौ किवंटल ही राशन भेजा जा रहा है.

जबकि  यहां पर लगभग 1100 क्विंटल राशन भेजा जाता रहा है, उन्होंने कहा कि इस राशन के अतिरिक्त 1996 तक इन 84 धाराओं में रहने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त राशन भेजा जाता था इसके बाद इस राशन में कटौती कर दी गई तथा रास्ता साफ रहने के कारण यह लोग अपने प्रयासों द्वारा अपने तथा अपनी भेड़ बकरियों के साथ कुत्तों के लिए स्वयं अप्रैल माह से ही राशन इकट्ठा करना शुरू कर देते थे. उन्होंने कहा कि अगर एक व्यक्ति के पास 500  भेड़ बकरियां है तो उनके लिए उन्हें 3 क्विंटल राशन और3 क्विंटल नमक की जरूरत होती है और जो राशन बड़ा भंगाल भेजा जा रहा है वह केवल बड़ा भंगाल के लोगों के लिए ही भेजा जा रहा है जिससे धाराओं के लोग भुखमरी की कगार में पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि 29 मई 2018 को प्रशासन द्वारा रास्तों का जायजा लिया गया.

लेकिन 3 माह बीत जाने पर भी इस रास्ते का एस्टीमेट नहीं बनाया गया ,यह प्रशासन की नाकामी है और जिस रास्ते को बनाए जाने का एस्टीमेट बनाया जा रहा है वह लगभग 12 किलोमीट अतिरिक्त है तथा सीधा चढ़ाई का रास्ता है जिसे पार करना बूढ़े व बच्चों के लिए बहुत ही कठिन है उन्होंने कहा कि पुराने रास्ते के साथ ही नए रास्ते को बनाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर इन धाराओं के लोगों के जान माल की हानि होती है तो वह एसडीएम कार्यालय का  घेराव करेंगे तथा चक्का जाम करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर लोगों की जान माल की हानि होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. इस अवसर पर रिधु राम, सकलु राम, पिंकू, छतर सिंह, रघुवीर,  डोंकू राम, ब्रह्ममु राम, मरठा, रमेश, रंगीला राम ,सुदर्शन ,राजकुमार, कलोरु राम ,जगरनाथ , सोंकी राम तथा नवल किशोर आदि मौजूद रहे.