विदेश में नौकरी का लालच देकर बेंगलरु के जंगल भेज किया अपहरण

ख़बरें अभी तक। पीलीभीत में बेंगलरु जैसी कबूतरबाजी कांड जैसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें विदेश में नौकरी का लालच देकर एक व्यक्ति को फ्लाइट से बेंगलरु भेज दिया गया. जहां से उसका अपहण कर बेंगलरु के जंगलों में भेज दिया और घर पर आईएसडी नंबर से उससे फ़ोन करवाकर उसके कनाडा पहुंच जाने की बात कहकर 23 लाख रुपया वसूल लिया. जैसे तैसे घर पहुंचे पीड़ित ने अपनी आप बीती परिजनों को बताई. जिसके बाद पीड़ित ने एसपी  पीलीभीत आदेश  पर थाना सुनगढ़ी में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. एसपी ने पूरे मामले की गहनता से जांच करने के आदेश दे दिए है.

बेरोजगारी के चलते किस तरह लोगों जालसाजों के चक्कर मे फस जाते है इसकी एक बानगी पीलीभीत से सामने आई है. शहाजहांपुर जिले के मौजमपुर गांव के रहने वाले सिमरनजीत सिंह का लखीमपुर में अपने ससुराल के पड़ोसी करनजीत सिंह से संपर्क हो गया. जिसने अपना परिचय  विदेश भेजने वाले एजेंट के रूप में दिया. जिसपर सिमरनजीत उसे कनाडा भेजने के लिए कहा. फिर करनजीत ने उसे पीलीभीत भेजकर यहां के एजेंट तरनजोत  व हरपाल से मिलने को कहा. कनाडा भेजने के लिए पूरा सौदा तेईस लाख पचास हजार में तय हो गया और सिमरजीत को 14 जुलाई को दिल्ली बुला लिया गया.

उसे तरनजोत ने दिल्ली से बम्बई यह कह कर फ्लाइट पर बैठा दिया कि उसके लोग उसे बम्बई से कनाडा भेज देंगे. बॉम्बे में मिले कबूतरबाज गिरोह के सदस्यों ने उसे बैंगलोर भेज दिया. जहां से उसे कनाडा रवाना होने की बात कही. बैंगलोर पहुंचते ही गिरोह के लोगों ने सिमरनजीत का अपहरण कर लिया और उसे वहां के जंगलों में रखा और उसका मोबाइल फ़ोन व 3000 अमरीकी डॉलर छीन लिए. इस बीच अपहरणकर्ताओं ने सिमरनजीत से आईएसडी नंबर से उसके घर फोन करवाकर यह कहलवा दिया कि वह कनाडा पहुंच गया है. अब सौदे में तय रकम पीलीभीत में उनके एजेंट करनजीत व हरपाल को सौंप दे. पीड़ित के पिता ने सौदे की पूरी रकम तेईस लाख पचास हजार रुपया हरपाल व तरनजीत को सौंप दिए. किसी तरह जैसे तैसे आठ अगस्त को सिमरनजीत अपने घर शाजहांपुर पहुंचा और पूरी घटना अपने परिजनों को बताई. जिसपर परिजनों ने एसपी पीलीभीत बालेन्दु भूषण सिंह से मिलकर पूरी घटना के बारे में बताया एसपी पूरे मामले में मुकदमा दर्ज करवाते हुए गहनता से जांच के आदेश दे दिए है.