ठगों ने ATM को बनाया लूट का परमानेंट अड्डा

खबरें अभी तक। ATM के माध्यम से ठगी की घटनाएं हर रोज आपके सामने आती हैं।  सफीदों में भी ATM का  ठगों द्वारा लोगों को अपना निशाना बनाया जा रहा है ।इन ठगों  ने ठगी का जो तरीका अपनाया है वह आपको हैरान कर देगा लेकिन बैंक अधिकारी पीड़ितों की फोन आने को भी तैयार नहीं है।

सफीदों के पुराने बस अड्डे पर मौजूद इस ATM पर कई लोगों के साथ ठगी हुई है। ठगों ने इस ATM को अपनी करतूत के लिए परमानेंट जगह बना ली है। आए दिन लोग इस ATM पर ठगी का शिकार हो रहे हैं भगोने इस ATM को अपने कब्जे में कर लिया। ठगी होने के बाद लोग केवल हाथ मलते रह जाते हैं ।पुलिस में शिकायत देते हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती।

आइए अब आपको बताते हैं कि इस ATM पर लोगों को कैसे शिकार किया जाता है। दरअसल ठगों ने इस ATM के दो बटन ही जाम कर दिए हैं ।इसके लिए इन बटनों के अंदर एल्फी डाली गई है ।जिसके बाद इन दोनों बटनों ने काम करना बंद कर दिया है ।अब जैसे ही कोई व्यक्ति अपना ATM डालता है तो उसके बाद ATM मशीन उससे उसका पासवर्ड मांगती है। इसी के साथ शुरू होता है ठगी का खेल। पासवर्ड डालने के बाद जब व्यक्ति प्रोसेस के लिए बटन दबाता है तो वह उसे जाम मिलता है। इसके बाद जब वह कैंसिल का बटन दबाता है तो वह भी जाम मिलता है ।थक हार कर जब वह व्यक्ति बाहर निकलता है तो उसके बाद वह ठग अंदर जाता है और किसी पासवर्ड से पैसे निकाल लेता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि जब प्रोसेस के बटन बंद है तो पैसे कैसे निकलते होंगे ।दरअसल इस मशीन में प्रोसेस करने के लिए नीचे भी ऑप्शन दिया गया है जिसका आम आदमी को पता नहीं होता ।लेकिन ठग इसी ऑप्शन को आगे बढ़ाते हुए ठगी कर ले जाते हैं। बड़ी बात यह है कि जब कोई व्यक्ति शिकायत के लिए बैंक में जाता है तो वहां बैंक अधिकारियों द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है ।ऐसी ही शिकायत पीड़ित सुरेंद्र के द्वारा भी की जा रही है जब वह शिकायत लेकर बैंक गया तो वहां बैंक मैनेजर ने पुलिस को ही बुला लिया।

इस मामले में बैंक अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बताने को तैयार नहीं है लेकिन वह इतना जरूर कहते हैं कि यह ATM SBI बैंक का जरूर है लेकिन इसे एक निजी कंपनी द्वारा ऑपरेट किया जाता है और सारी जिम्मेवारी इसी कंपनी की है।