मासूम किशोरी को अपनी हवस का शिकार बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार

ख़बरें अभी तक। फर्रुखाबाद को बीते 20 जुलाई को मासूम किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव फेंक दिया गया था. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. जिसमें नाक-मुंह दबाकर हत्या किये जाने की पुष्ठी हुई थी. जिसमे पुलिस ने आखिर 17 दिन बाद आरोपी को दबोच लिया है. विदित है कि कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के ग्राम नगला पजाबा निवासी रामतीर्थ जाटव की 6 वर्षीय पुत्री अंजली की शहर कोतवाली के ग्राम चांदपुर में दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव पूर्व प्रधान अखिलेश कटियार के प्लाट में फेंक दिया गया था. घटना के सम्बन्ध में पिता रामतीर्थ जाटव की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ 363,302,201 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था.

डॉ. पीएस विमल, डॉ. दीपक कटारिया, डॉ. अनुराग वर्मा व डॉ. सुमेश अवस्थी के पैनल ने पोस्टमार्टम किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अंजली की हत्या नाक-मुंह दबाने से हत्या होने की बात सामने आयी थी. वहीं दुष्कर्म की पुष्टि के लिये स्लाईट बनायी गयी है. पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी भी हुई थी. मिली जानकारी के मुताबिक घटना को अंजाम देने वाले आरोपी टीपू जाटव पुत्र रामलड़ैते जाटव का जिस जगह अंजली विवाह समारोह में गयी थी उसके दो मकान के बाद घर है.  पुलिस ने आखिर 17 दिन चली पड़ताल के बाद टीपू को दबोच लिया है. पता चला है कि पुलिस को एक वीडियो भी मिला था जिसने घटना के खुलासे में अहम भूमिका अदा की.

अंजली हत्या कांड ने पूरे जनपद को हिला कर रख दिया था. उसकी हत्या दुष्कर्म के बाद कर दी गयी थी. डीजीपी कार्यालय से लेकर कोतवाली तक की पुलिस इस हत्या कांड से पर्दा उठाने में लगी थी. लेकिन पुलिस को कोई भी सुराग नजर नही आ रहा था. पुलिस केबल अंधेरे में हाथ पैर मार रही थी. लेकिन कुछ यूं हुआ की घटना एक दम से साफ़ हो गयी.

दरअसल 18 जुलाई की रात कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के ग्राम नगला पजाबा निवासी रामतीर्थ जाटव की 6 वर्षीय पुत्री अंजली अपने परिवार के साथ शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चांदपुर एक रिश्तेदार की बारात में शामिल होने आयी थी. वह अपनी मां के साथ छत पर सो रही थी. लेकिन जब बारात आयी तो अंजली की माँ छत के छज्जे से बारात देखने लगी.

बारात की आबाज सुन अंजली जाग गयी और छत से नीचे आ गयी जंहा डांस हो रहा था. उधर और भी बच्चे खड़े थे. उसी दौरान पड़ोस में रहने वाला आरोपी श्याम उर्फ़ टीपू जाटव आ गया.  उसने अपनी जेब से टॉफी व चॉकलेट खाना शुरू की. यह देखकर अंजली व अन्य बच्चे आरोपी टीपू के पास आ गये. टीपू ने उन्हें भी टॉफी दी. इसी दौरान टीपू ने बारात में डांस भी किया. पुलिस ने अनुसार डांस के बाद टीपू चलने लगा तो अंजली भी उसके पीछे चलने लगी. कुछ अंधेरे में जाने के बाद अचानक टीपू के अन्दर का शौतान जाग गया और उसने अंजली को गोद में उठा लिया.

पुलिस का कहना है कि टीपू अंजली को उसी जगह ले गया जंहा उसका शव पड़ा मिला था. उसने उसके साथ दुष्कर्म किया. जब वह चिल्लाने लगी तो आरोपी टीपू ने उसका मुंह दबा दिया. इसी दौरान अंजली की मौत हो गयी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने घर आकर सो गया. दूसरे दिन सुबह उसके गुप्तांग में दिक्कत हुई तो उसने मोहल्ले के ही चिकित्सक से दवा ली. चिकित्सक के द्वारा पूंछे जाने पर उसने बताया की एक लडकी के साथ सम्बन्ध बनाने से यह हुआ है. उसी के एक दिन बाद शव बरामद हुआ. दवा के कुछ दिन आरोपी को आराम रहा लेकिन दोबारा उसे दिक्कत होने पर उसने फिर चिकित्सक से सम्पर्क किया. चिकित्सक को पुन: उसने लडकी के साथ सम्बन्ध बनाने की बात कही.

यह बात पास खड़े एक ग्रामीण ने सुन ली. इसी बीच टीपू को शक के आधार पर पुलिस ने उठाया भी लेकिन फिर छोड़ दिया. घटना के सम्बन्ध में प्रभारी निरीक्षक राजेश पाठक व विवेचक बनी सिंह के साथ ही स्वाट टीम भी अपनी नजर लगाये थी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी निकाले जिसमे एक शख्स उसे अंजली को ले जाता मिला. पुलिस का टीपू पर शक यकींन में बदलने लगा था. वहीं चिकित्सक से कही गयी बात की भी काना-फूसी शूरू जो गयी थी. पुलिस के कान में जब यह बात पड़ी तो पुलिस ने उसे उठा लिया. इस बार आखिर टीपू टूट गया और उसने पूरा राज फास कर दिया. पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा व एएसपी त्रिभुवन सिंह ने पुलिस लाइन में बैठक कर घटना का खुलासा किया.