यमुनानगर: इंसानियत आज भी जिंदा है

खबरें अभी तक। इंसानियत आज भी जिंदा है। ताज़ा उदहारण यमुनानगर के दामला के पास उस वक्त देखने को मिला। जब यमुनानगर नगर निगम के चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर अनिल नैन नरवाना से वापिस यमुनानगर की तरफ आ रहे थे। तभी अचानक उन्होंने दामला के पास सड़क हादसे में दो कांवड़ियों को घायल देखा और इंसानियत का परिचय देते हुए तुरन्त अपनी गाड़ी में घायल कावंड़ियों को एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन अस्पताल कर्मचारियों ने डॉक्टर न होने का हवाला देकर इलाज नही किया। उसके बाद वो घायलों को लेकर एक अन्य अस्पताल पहुंचे वहां उनको फर्स्ट ऐड करवाने के बाद घायलों को ईलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया।

निगम के चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर ने बताया कि वो नरवाना अपने घर से परिवार के साथ यमुनानंगर वापिस आ रहे थे तभी दामला के पास उन्होंने सड़क हादसे में दो घायल कावड़ियों को देखा और तुरन्त उनके इलाज के लिए लेकर अस्पताल के लिए भागे।घायल कावड़िये कैथल के बताए जा रहे है।वही हादसे की सूचना मिलते ही ट्रैफिक एसएचओ राजीव मिगलानी और अन्य पुलिस अधिकारी भी पहुंच गए थे।अगर समय पर निगम के चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर अस्पताल न लाते तो कावड़ियों की हालत और भी गम्भीर जो सकती थी।वही अगर सभी लोग सड़क हादसे के वक्त ऐसे ही तुरन्त किसी की मदद करे तो कइयों की जान बचाई जा सकती है।