कुक ने खतरे में डाला सचिन तेंदुलकर का रिकार्ड

खबरें अबी तक। एशेज सीरीज के बॉक्सिंग डे टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलिस्टर कुक इस मैच से पहले अपने निराशाजनक दौर से गुजर रहे थे. उन पर दबाव था कि वे रिटायर हो जाएं. कुक से पहले ही टेस्ट से काफी उम्मीदें थी जब इंग्लैंड के स्टार हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स टीम से बाहर हो गए थे. तभी से कहा जाने लगा था कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी कमजोर हो गई है. जो कि पहले तीन टेस्ट में दिखाई भी दिया. इंग्लैंड टीम ने इस बार की एशेज सीरीज के पहले तीनों टेस्ट में हार का सामना किया. वहीं कुक का प्रदर्शन भी तीनों टेस्ट में निराशाजनक रहा.

कुक ने पहले टेस्ट में 2 और 7 रन, दूसरे में 37 और 16 रन और तीसरे टेस्ट में 7 और 14 रन ही बनाए. कुक की आलोचनाएं बढ़ती जा रही थीं उनके आलोचक बढ़ते जा रहे थे लेकिन बॉक्सिंग डे टेस्ट में दूसरे दिन कुक ने अपना शतक पूरा कर तीसरे दिन अपना दोहरा शतक भी पूरा किया जबकि दूसरी ओर बल्लेबाज लंबे समय तक नहीं टिक पा रहे थे.

कुक का अपने करियर का यह पांचवा दोहरा शतक है और यह उनके करियर का तीसरा सर्वोच्च स्कोर है. अपना दोहरा शतक पूरा करने में उन्होंने 360 गेंदों का सामना किया जिसके लिए उन्होंने पूरे 563 मिनट क्रीज पर बिताए. कुक बतौर ओपनर सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में दूसरे नबंर पर पहुंच गए हैं. कुक के साथ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ हैं जबकि पहले स्थान पर भारत के वीरेंद्र सहवाग और श्रीलंका के मरवन अटापट्टू  मौजूद हैं.

अपनी इसी पारी के दौरान ही कुक ने एमसीजी पर किसी भी मेहमान टीम के खिलाड़ी का सर्वाधिक स्कोर भी पार कर लिया. उनके बाद वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स ने 208 रन बनाए थे. कुक ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा बार 150 का आंकड़ा पार करने वाले बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर आ गए है. अब तक डब्ल्यू हैमंड्स ने चार बार जिनके बाद कुक के साथ जे होब्स, ब्रायन लारा, और सचिन तेंदुलकर  ने तीन बार यह कारनामा किया है. कुक केवल दूसरे इंग्लिश बल्लेबाज हैं जिसने एक ही कैलेंडर वर्ष में दो बार दोहरा शतक बनाने का कारनामा किया है. उनके अलावा केवल हैमंड्स ऐसा कर पाए हैं.