फरीदाबाद: इंसाफ नहीं मिला तो महिला जहर खाकर पहुंची थाने

ख़बरें अभी तक। एक महिला द्वारा अपने उत्पीड़न की शिकायत महिला थाना बल्लभगढ़ में देने के बाद भी न्याय ना मिलने से परेशान पीड़ित महिला थाने के बाहर जहर खाकर थाने में पहुंची. उसके बाद पुलिस ने पीड़ित महिला के अस्पताल में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करा दिए जिसमें महिला ने अपने को न्याय ना मिलने के चलते जहर खाने की बात कही है. इस बात की पुष्टि जिला पुलिस पीआरओ सूबे सिंह ने जारी बयान में की है. वहीं परिजनों का आरोप है कि महिला ने थाने के अंदर जहर खाया था.

सिविल अस्पताल बादशाह खान का जहां पर पीड़ित महिला की मौत के बाद उसका पति व अन्य परिजन उसका शव लेने के इंतजार में खड़े हुए हैं. असल में रूखसाना उर्फ सपना नाम की महिला की शादी चार साल पहले गांव मधावली निवासी अमित के साथ हुई थी लेकिन किसी बात को लेकर रूखसाना की अमित के साथ अनबन हो गई इसी बीच रूखसाना गांव की फिरे नामक युवक के संपर्क में आ गई और उसने उसको शादी का झांसा देकर लगभगए एक साल तक रूखसाना का शोषण करता रहा लेकिन उससे शादी नहीं की.

जिसके बाद उसने महिला थाना में उसके खिलाफ शिकायत दे दी. लेकिन थाने में समझौते के लिए फिरे व अमित और रूखसाना की पुलिस ने काऊसंलिग कराई जिसमें लिखित में समय मांगा जिसके दो दिन बाद महिला ने आईओ को फोन पर बताया कि वह इस फैसले से खुश नहीं है और वह आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहती है लेकिन दो अगस्त को तीन बजे पीडिता महिला जहरीला पदार्थ खाये हुए थाने में उल्टियां करती हुई पाई जाती है. पुलिस के अनुसार महिला थाने की पुलिस ने पीडित महिला को सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया जहां से उसे उसका पहला पति एक निजी अस्पताल में ले गया जहां पर उसकी मौत हो गई. पीआरओ सूबे सिंह के अनुसार महिला की मरने से पहले मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान भी कराए गए थे.

वहीं मृतका के पति अमित की मानें तो उसकी पत्नी ने थाने में जहर खाया था उसके पास किसी पुलिस कर्मी का फोन आया था की उसकी पत्नी थाने में उल्टिंया कर रही है. जिसके बाद उसे अस्पताल में पहुंचने की बात कही गई. मुझे पता नहीं है कि क्यों जहर खाया है लेकिन कंपलैंड दी थी उसके दबाब में उसने जहर खाया है और उसके उपर भी पुलिस ने फैंसला करने के लिए दबाब बनाया था.

पुलिस महिला के दो पति होने की पुष्टि कर रही है और आरोपी दूसरे पति के खिलाफ पुलिस ने महिला उत्पीडन का मामला दर्ज भी किया है लेकिन महिला ने मरने से पहले अपने आईओ से फोन पर कह दिया था कि वह आरोपी के साथ हुए फैंसले से खुश नहीं है और कार्रवाई चाहती है जिसके बाद महिला ने जहर निगल लिया. अब सोचने की बात है कि यदि पुलिस से महिला को न्याय मिलता तो क्या वह जहर निगल सकती थी? पीआरओ साहब पुलिस की पैरवी करते समय ये भी भूल गए कि क्या एक महिला के 2-2 पति हो सकते हैं ?, जबकि मृतका के परिजन उसकी दूसरी शादी से ही साफ तौर पर मना कर रहे है.