कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ घपले बाजी के लगाए आरोप

ख़बरें अभी तक। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर देश की संसद में दिए गए राफेल डील पर झूठे बयान पर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप की अध्यक्षता में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का पुतला शहीद स्मारक के सामने जलाया गया. कांग्रेस केंद्र सरकार के सरकारी दावे को खंडन करती है. तथ्यों के आधार पर 1.30 लाख करोड़ घोटाले का राफेल लड़ाकू विमान के सौदे में जो घपलेबाजी की गई है उसकी जिला कांग्रेस जांच की मांग करती है. इस धोटाले में केंद्र की सरकार ने देश को गलत जानकारी दी है. राफेल सौदे में निजी कंपनी को 1,30,000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश से झूठ बोला है इससे देश की गरिमा को भी ठेस पहुंची है. राफेल सौदे की आए दिन खुलती परतें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को झूठ के कटघरे में खड़ा करती है.

यह कल्चर ऑफ क्रोनी कैपिटलिज्म (छद्म पूंजीवाद की संस्कृति) इस सौदे से सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाए जाने की बू आती है. फ्रांस के साथ 36 राफेल विमान की खरीद का समझौता होने के बाद इस विमान सौदे से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से लेकर एक निजी भारतीय समूह की रक्षा कंपनी को दिया गया जो कंपनी समझौते से 12 दिन पहले पंजीकृत हुई थी और उसके पास विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं है.

इस निजी भारतीय कंपनी ने पिछले साल 16 फरवरी को बयान जारी कर कहा कि उसे राफेल से जुड़ा 30,000 करोड़ रुपये का ‘ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट’ और 1,00,000 एक लाख करोड़ रुपये का ‘लाइफ साइकल कॉन्ट्रैक्ट’ मिला है. इसके अलावा एक सरकारी विज्ञप्ति में रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें निजी कंपनी को ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने की जानकारी नहीं है। देश के राष्ट्रीय हितों के साथ हुए खिलवाड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के सामने क्यों झूठ बोला है.