सरकार के स्वच्छता और सुरक्षा अभियान को मुंह चिढ़ाता बालिया का रोडवेज

ख़बरें अभी तक। सरकार लाख कोशिश कर ले पर सरकारी विभागों में, ख़ास तौर पर बलिया रोडवेज के कर्मचारियों और विभाग पर इसका कोई असर नहीं दिखाई देता जब कि मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार की प्राथमिकताओं में स्वच्छता और सुरक्षा अभियान सर्वोपरि है, लेकिन वहीं बलिया रोडवेज विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों पर सरकार के उन आदेशों की कोई परवाह नजर आती नहीं दिखाई दे रही है. एक तरफ स्वच्छता की जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो दूसरी तरफ सुरक्षा के नाम पर ना तो बसों में कोई फस्टेड बॉक्स नज़र आया और ना ही कोई सुरक्षा कर्मी ही नजर आया. इसे आप विभागीय लापरवाही कहे या सरकार के आदेशो से बेख़ौफ़ होना.

रोडवेज के स्टाफ रेस्ट रूम में जो मिला आप भी हैरान रह जाएंगे,  यहां गन्दगी का अंबार तो है ही वहीं बिना किसी स्टाफ के पंखे का चलना, शराब की बोतलो और नशीले पदार्थ अर्जिनिया की बोतले जगह जगज मिली और शौचालय मानो मुंह चिढ़ा रहे है,  यही नहीं जब हमारे कैमरे की नज़र उस जगह पहुंची जहां यात्रियों के खाने के लिए समान तैयार हो रहा था, वहां समोसे और पुड़ियां गन्दे फ्रिजर जो काफी दिनों से खराब पड़ा था उसी के उपर बेला जा रहा था.

कैंटीन के बाहर नाली गंदगी से बज बजा रही है. बात अगर सुरक्षा की कि जाए तो सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नजर नहीं आया ना तो कोई सुरक्षा कर्मी दूर दूर तक नज़र आया और न ही सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम. वहीं जब हमारी टीम ने बसों में सुरक्षा के इंतेजाम को खंगाला तो बसों की हालत देख आप के होश उड़ जायेंगे.  बसों की जर्जर हालत टूटी हुयी सिटे किसी अनजाने खतरे को दावत देती नजर आती है यही नहीं बसों में अचानक कोई घटना हो जाये तो न ही फायर उपकरण दिखे न ही फस्टऐड बाक्स दिखे वहीं फस्टऐड बाक्स दिखा भी तो यात्रियों की सुरक्षा को मुंह चिढ़ता हुआ खाली दिखा.