हरदोई के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल, रात में डॉक्टर रहते हैं नशे में धुत

खबरें अभी तक। हरदोई के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है, यहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में यदि आप रात में पहुंचेंगे तो आपको डॉक्टर नशे की हालत में मिलेंगे, वहीं उनके अधीनस्थ चिकित्सा अधीक्षक की कुर्सी पर बैठे नजर आएंगे, यहीं नहीं यदि आपने कहीं धोखे से भी बता दिया कि आप कोई पत्रकार या जनप्रतिनिधि हैं तो आपको अपने चिकित्सालय में घुसने तक से मना कर देंगे और इसके लिए वह स्थानीय गुंडों तक का सहारा लेने से नहीं चूकेंगे।

हम बात कर रहे हैं हरदोई के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र साण्डी की, जब कुछ पत्रकार व जनप्रतिनिधि शाम को इस स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे तो केन्द्र के बाहर बियर की खाली कैन व काफी गन्दगी पड़ी नजर आयीं, वहीं चिकित्सा अधीक्षक की कुर्सी पर फार्मासिस्ट बैठा नजर आया।

फार्मासिस्ट स्वदेश ने कहा कि कुर्सी पर बैठने का अधिकार तो नहीं है। लेकिन काम निपटाने के लिए बैठना पड़ता है, साथ ही उसने यह भी कहा कि चिकित्सक की अनुपस्थित में छोटा-मोटा इलाज वह स्वयं कर देता है।

चिकित्सा अधीक्षक के बारे में बताया कि वह अपने आवास पर हैं पर जब आवास पर जाकर देखा गया तो उनके आवास में ताला लगा हुआ था, तभी अचानक कहीं से चिकित्सा अधीक्षक अखिलेश बाजपेई अपने कुछ बाहरी साथियों के साथ प्रकट हो गए, जो कि काफी नशे में थे और पत्रकारों व जनप्रतिनिधियों को चिकित्सालय में घुसने से मना करते हुये कहा कि मैं 10 साल से यहीं हूं मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है और आप लोग तुरंत यहां से चले जायें।

इस सम्बन्ध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेन्द्र रावत से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि यदि वह नशे में रहते हैं व अनियमितताएं करते है तो इसकी जाँच कराकर कार्यवाही की जाएगी व उनका स्थानान्तरण भी किया जायेगा।