‘मैं जिंदा हूं’, पीड़ित लगा रहा गुहार, जिंदा होने के दे रहा सबूत

खबरें अभी तक। जरा सोचिए आपको आपके जिंदा होने का ही सबूत देना पड़े और बार बार अधिकारियों के चक्कर काटने पड़े तो आपके ऊपर क्या बीतेगी.  ये विडंबना नहीं तो और क्या है. मैनपुरी में एक व्यक्ति को जीवित होते हुए भी अपने ज़िंदा होने के सबूत देने पड़ रहे हैं. क्योंकि सरकारी कागजों में वो मर चुका है.

अब वो अपने जिंदा होने की गुहार अधिकारियों से लगा रहा है। साहब में जिंदा हूँ कहकर अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर काट रहा है. दरअसल विनय कुमार जैन पेशे से बिजनेसमैन है. मैनपुरी के करहल में वो व्यापार करता है. और उसकी जमीन नगला कथूले गांव में है.. इसी गांव के रहने वाले सुरेश चंद यादव की नीयत विनय की जमीन पर खराब थी. उसने चकबंदी के समय 2002 में अधिकारियों की मिलीभगत से कागजों में विनय को मृत घोषित कर दिया और अपने बेटे को विनय का बेटे दिखाकर जमीन अपने बेटे के नाम करवा ली. और तब से अबतक विनय अधिकारियों के सामने दलीले दे रहा है कि वो जिंदा है.

वही जब ये मामला एसडीएम करहल अशोक कुमार मौर्य के पास पहुँचा तो उन्होंने इसे काफी गंभीरता से लिया और जल्द ही जांच के बाद कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिलाया. फिलहाल मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. और कार्रवाई शुरू कर दी गई है।