ओमीक्रॉन-2 में हुए तिहरे हत्याकांड का खुलासा, 5 गिरफ्तार

ख़बरें अभी तक। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमीक्रॉन-2 में हुए तिहरे हत्या कांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच आरोपिओं को गिरफ्तार किया, पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनीष है. मनीष के मुताबिक सेक्टर ओमीक्रॉन-2 निवासी कृष्ण यादव उसकी बहन पर गलत निगाह रखता था. उसने कृष्ण को कई बार समझाया पर वह जब नहीं माना तब उसने अपने साथियों से साथ मिल कर 20 जुलाई को मार डाला और हत्या को लूट का एंगल देने के लिए लूटमार की. पुलिस ने हत्या इस्तेमाल की गई लोहे की रॉड और चाकू बरामद किया गया. पुलिस ने घर से लूटे गए गहने भी बरामद कर लिए है.

सूरजपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में मुख्य आरोपी गाजियाबाद के लोनी के भूपखेड़ी निवासी मनीष के मुताबिक सेक्टर ओमीक्रॉन-2 निवासी कृष्ण यादव उसकी बहन पर गलत निगाह रखता था. उसने कृष्ण को कई बार समझाया और सुधर जाने को कहा. लेकिन, वह नहीं माना. आखिर मनीष ने अपने चार साथियों के साथ पूरे परिवार को ही ख़त्म करने की योजना बनाई.

योजना के मुताबिक मनीष अपने साथियों गाजियाबाद के लोनी निवासी बिट्टू, ग्रेटर नोएडा के सिरसा खानपुर निवासी प्रवीण भाटी, ग्रेटर नोएडा के दलेलगढ़ निवासी अंकित भाटी और दादरी के डबरा निवासी तरुण लोहिया के साथ 19 जुलाई की रात कृष्ण यादव के घर पहुंच गया. दरवाजा खटखटाने पर कृष्ण की मां मंजू ने दरवाजा खोला. दरवाजा खुलते ही लोहे की रॉड और चाकू से वार कर मंजू की हत्या कर दी. इसी बीच कृष्ण और उसके बहन प्रियंका भी जाग गए. इसके बाद उन्हें भी मार डाला. मनीष के मुताबिक तीनों की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए कृष्ण की कार का ही इस्तेमाल किया गया. पहले कृष्ण और प्रियंका की लाश को गाड़ी में डालकर बिलासपुर नहर में फेंक दिया था.

पुलिस ने बताया कि लूट के लिए हत्या का शक्ल देने के मकसद से घर में रखे गहने उठा लिए गए. उसे पांचों आरोपियों ने आपस में बांट लिया था. गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर जू-3 निकट नहर कोठी पुल के पास से सभी आरोपियों को कार समेत गिरफ्तार किया गया. कार की तलाशी के दौरान हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड और चाकू बरामद किया गया. पुलिस ने घर से लूटे गए गहने भी बरामद कर लिए है. उन्होंने बताया कि अभी प्रियंका का शव नहीं मिला है. उसके तलाश की जा रही है.

बहन पर बुरी निगाह रखने से कई बार मना किया, लेकिन जब नहीं माना और पानी सिर से ऊपर हो गया, तब मैंने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. यह कहना है हत्या के मुख्य आरोपी मनीष का. मंजू का पति प्रमोद कुछ महीने से अलग रह रहा था. मंजू अपने दोनों बच्चों 20 साल के कृष्ण यादव और 18 साल की प्रियंका के साथ रह रही थी. आरोपियों ने जिस तरह से पूरे परिवार को क़त्ल करने की योजना बनाई थी, ऐसे में अगर प्रमोद भी घर में होता तो उसका भी यही हाल होता.