दूसरों की फरियाद सुनने वाले विधायक खुद बने फरियादी

खबरें अभी तक। 300 से ज़्यादा विधायकों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल कर यूपी की सत्ता में आई बीजेपी की योगी सरकार में खुद उनके ही विधायक अधिकारीयों और पुलिस की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। आम जनता की तो छोड़ों यहां विधायकों की भी नहीं सुनी जा रही है। आज सम्पूर्ण समाधान दिवस में नानपारा तहसील में जिलाधिकारी और एसपी ने शिरकत की तो बलहा से बीजेपी विधायक खुद फरियादी बन कर डीएम एसपी के सामने हाज़िर हो गए। कई पीड़ित ग्रामीणों के साथ फ़रियाद लेकर पहुंचे विधायक ने आवास शौचालय के अलावा कटान जैसी गंभीर समस्याओं की तरफ जिलाधिकारी का ध्यान करवाया तो वही मौजूद एसपी सभाराज के सामने विधायक जी का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने एसपी को बताया की कैसे उनके दरोगा और एसएचओ सत्ताधारी विधायक का उपहास उड़ाते हैं और कैसे उनकी उपेक्षा की जाती है।

बहराइच एसपी सभाराज की सेना की बेअंदाज़ी किसी से छिपी नहीं है। थानेदार बेअंदाज है और मनमानी पर उतारू है। हालात ये हैं की आम जनता की तो छोड़ दीजिये साहब यहां तो सत्ताधारी विधायक तक की नहीं सुनी जा रही। समाधान दिवस में पहुचे बलहा विधायक अक्षयबर लाल गौड़ ने एक वाकये का ज़िक्र करते हुए कहा की जब एक पीड़ित ने दरोगा से जब विधायक से बात करने की बात कही तो दरोगा पूछते है कौन विधायक यहां तक की सुजौली एसएचओ को अपने ही क्षेत्र के विधायक का नाम तक नहीं मालूम है और ऐसा कहते हुए मेरा उपहास उड़ाया जा रहा है और सिर्फ इसलिए की मैंने फोन कर दिया उस गरीब पर कार्रवाई होने चाहिए। पुलिस के रवैय्ये से आहात विधायक ने तो सुनवाई न होने पर धरने तक पर बैठने की बात कह डाली।

बलहा विधायक ने समाधान दिवस में ग्रामीणों की कई समस्याओं को रखा साथ ही डीएम को सरकारी अफसरों की बेअंदाज़ी से भी अवगत करवाया.जहांYogi Sarkar आवास योजना में किश्ते नहीं पहुच रही है तो कहीं शौचालय निर्माण को लेकर अधिकारी संवेदनहीन दिखाई दे रहे है। जिलाधिकारी को अपनी फ़रियाद सुनाते हुए उन्होंने कहा की यहां सभी योजनाओं का यही हाल है बिजली एसडीओ की शिकायत करते हुए उन्होंने कहा की बिना पैसे लिए वो साहब काम तक नहीं करते हैं ऐसे में कैसे हम जनता को खुश करें।