खरक जलालपुर के सरपंच द्वारा विकास के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का आरोप

 

खबरें अभी तक। मेवात जिले के खंड तावडू के गांव खरक जलालपुर के सरपंच पर आरोप है कि गांव के विकास कार्य में धांधली की गई इसका पता शिकायत कर्ता को आरटीआई के माध्यम से जबाब मांगा गया तो विकास कार्य में गड़बड़झाला देखने को मिला। इस पूरे मामले की सही तरीके से जांच हो और दोषियों को इसमें सजा की मांग की है।

बतादें कि नूंह जिले के खरक जलालपुर गांव के साजिद ने गांव में कराए गए कामों को लेकर आरटीआई लगाई जिसमें सरपंच द्वारा कराए गए कामों का विवरण मांगा गया जिसमें पाया गया कि सरपंच ने जिन रास्तों के लिए सरकार से पैसा मंजूर कराया था। उन रास्तों में किसी प्रकार का कोई काम नहीं किया गया तथा विकास के नाम पर सरपंच द्वारा लाखों रुपए गबन किए गए। जब इसकी शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता साजिद द्वारा उपायुक्त मेवात से की गई तो वहां से भी किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं मिल पाया तो इसके बाद आरटीआई कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत हरियाणा के पंचायत विकास मंत्री ओपी धनखड़ से की। लेकिन वहां से भी उसे निराशा हाथ लगी उसके बाद उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को इस घोटाले की शिकायत की लेकिन अभी तक कितनी शिकायतें होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

हारकर आरटीआई कार्यकर्ता साजिद को मीडिया का सहारा लेना पड़ा जिससे सरपंच द्वारा किए गए घोटालों को उजागर किया जा सके साजिद ने बताया कि सरपंच ने द्वारा अवैध रूप से सरकारी मिट्टी को बेचा है तथा गांव खरक जलालपुर से पहाड़ी के रास्ते से होते हुए अंसल फार्म हाउस को जाने वाले रास्ते पर मिट्टी डलवाने का के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला किया गया। इसके अलावा गांव के स्कूल से बांध को जाने वाले रास्ते के नाम पर भी सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया। इसके अलावा पंचायत की जमीन में जेसीबी मशीन चला कर अवैध रूप से मिट्टी को अंसल फार्म हाउस को बेचा गया।

इस तरीके से सरपंच द्वारा कई रास्ते बना हुआ दिखाकर सरकार को चुना लगाया गया है। साजिद ने कहा कि वह सारे घोटाले को उजागर करना चाहते हैं और जो पैसा जनता के विकास के लिए लगना था वह सरपंच द्वारा गलत तरीके से हड़पा गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक इमानदार सरकार है वह चाहते हैं कि इस पूरे मामले की सही से जांच हो और दोषियों को इसमें सजा हो।