ग्रामीणों ने खुद के दम पर अपनी राह को किया आसान

ख़बरें अभी तक। शिलाई: वर्षों से सड़क समस्या से जूझ रहे ग्राम पंचायत पोका के अंतर्गत आने वाले ग्राम कांडो भितरकुई खरेला कोटगा नाव बाडवा के ग्रामीणों ने बगैर किसी शासकीय सहयोग के खुद के दम पर जन सहयोग से अपनी राह को आसान किया है. ग्रामीणों ने कहा रास्ता ढल जाने से कई लोग परेशान हो चुके थे PWD विभाग से कई बार संपर्क करने के बाद भी संपर्क ना होने से ग्रामीणों ने खुद रोड को खोलने की कोशिश की ग्राम पंचायत पोका के एक छोटे से गांव कांडो में गिनती के 10 से 15 घर ही बने हुए है.

बाकी समुदाय के इस गांव की आबादी भी 125 से 150 के बीच ही है. आबादी होने के कारण ग्रामीणों को मुलभूत सुविधाओं का समुचित लाभ भी नहीं मिल पाता है. गांव से सतोन मार्ग पर आने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत करना पड़ती है. बारिश के दिनों में ग्रामीणों का आवागमन बंद हो जाता है. प्रतिवर्ष बारिश के समय निर्मित होने वाली इस समस्या से ग्रामीणों ने कईबार जनप्रतिनिधियों एवं ग्राम पंचायत के सरपंच आदि को अवगत कराया पर ग्रामीणों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया. जबकि यहां पर काफी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं यहां के पहाड़ को पर्यटक छोटा शिमला कहते है.

ग्रमीण द्वारा हर जनप्रतिनिधि व नेताओं के समक्ष गुहार लगाई गई लेकिन किसी ने नहीं सुनी तो फिर सभी ने एकजुटता दिखाते हुए अपने ही दम पर अपने गांव के रास्ते को सुगम बनाने का निर्णय ले लिया. ग्रामीणों के मुताबिक सड़क ढल कर खराब गई थी जिस से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्कूल में जाने वाले विद्यार्थियों को भी स्कूल तक पहुंचने में परेशान होना पड़ता था. बारिश में बच्चे स्कूल ही नहीं जा पाते थे. इस कारण हमे मुलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है.

चालक बारिश में मार्ग पर कीचड़ से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते थे. वाहनो से गांव में आने-जाने में भी समस्या आती थी. जनप्रतिनिधि ध्यान ही नहीं दे रहे थे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है पर प्रशासन के सुस्त रवैए से कार्य पूरे नहीं हो रहे है. घूमने आए हुए बाइक सवार से इस रोड के बारे में पूछा गया तो उनका कहना है, दोबारा इस रोड पर कभी भी नहीं आएंगे यहां का प्रशासन व विभाग कार्य सही ढंग से नहीं कर रहे हैं ग्रामीणों को एकजुट होकर इनके ऊपर कार्रवाई करवानी चाहिए. उधर हमारी टीम ने जब विभाग से बात करने की कोशिश की तो pwd विभाग में ताला लगने के कारण फोन पर अधिशासी अभियंता प्रमोद उप्रेती ने कहा कि इस समस्या का समाधान किया जाएगा.