कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने अमित शाह पर साधा निशाना

खबरें अभी तक। रूड़की पहुंचे कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर बड़ा हमला बोला है। उनका कहना है की भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड से अवैध रूप से उगाही करके 100 करोड़ रुपया अमित शाह की जेब में डाल चुकी है। यह राज्य इसलिए नहीं बना था की भारतीय जनता पार्टी इसे लूटकर अमित शाह की जेब भरने का कार्य करे। किशोर उपाध्याय ने कहा की जब अमित शाह पहली बार उत्तराखंड आये थे तो प्लेन से वापस जाने की बजाये ट्रैन से वापस गए थे ट्रेन में उनके लिए दो डिब्बे बुक कराये गए थे। उनसे पूछना चाहिए की उन डिब्बों में जो बक्से गए है। उनमे क्या था जो एक अरब रुपया इकठ्ठा किया गया वो भ्र्ष्टाचार का पैसा था ठेकेदारों से लिया गया, बजरी वालो से लिया गया, शराब माफियाओं से लिया गया और हालत यह हुई की मुख्यमंत्री को कहना पड़ा कि हम शराब परचून की दुकानों पर भी बिकवायेंगे।

ऑल वेदर रोड पर बोलते हुए उन्होंने कहा की पहली बात इस नाम की कोई योजना नहीं है। दूसरी बात NGT से इसकी कोई अनुमति नहीं ली गई है। जिस तरीके से पहाड़ो पर मशीनों का उपयोग हो रहा है। जिस तरिके से सवा लाख पेड़ो को काट दिया गया है यह आने वाले समय में उत्तराखंड के लिए बड़ा कष्टदायक होगा। लेकिन भाजपा को इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने अपने चहेते ठेकेदारों से काम करा कर उनसे पैसे की उगाही करके भाजपा की जेब भरने का कार्य किया जा रहा है। मुझे लगता है की पिछले और इस साल का भारतीय जनता पार्टी का यह सबसे बड़ा घोटाला है।

किशोर उपाध्याय ने कहा कि हम जल्द ही वन अधिकार आंदोलन के तहत एक आंदोलन करने जा रहे है। जिसमें हमारी मांग है की उत्तराखंड में प्रत्येक परिवार को एक गैस सिलेंडर मुफ्त मिलना चाहिए। जैसे की पहले मकान बनाने के लिए पत्थर,बजरी मिटटी हमें मुफ्त मिला करती है। वो अभी भी मुफ्त मिलनी चाहिए और प्रत्येक परिवार को हर महीने 100 यूनिट बिजली मुफ्त मिलनी चाहिए उन्होंने कहा की उत्तराखंड के लोगो का पूरा जीवन वनो पर आधारित है और सरकारों ने वनो पर अधिकार कर लिया है। हमारी रसोई पहले मुफ्त में चलती थी। इसके लिए सरकारों ने कोई व्यवस्था नहीं की इसी तरह से हमारे आवास बनते थे। जिसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई इस सब में कुछ कमी हमारी भी रही है कि हमारे जो हक़ है हम लोग उनकी रक्षा भी नहीं कर पा रहे हैं।