बिलासपुर जिला में लगेगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

ख़बरें अभी तक। बिलासपुर जिला के कूड़े-कचरे के निस्तारण के लिए अब किसी उपयुक्त जगह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा. इस बाबत प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार कर ली है और तय औपचारिकताएं पूरी करने के बाद चिहिंत किए गए 4 स्थानों में से किसी उपयुक्त जगह का चयन कर आगामी प्रोसेस स्टार्ट किया जाएगा. फिर जमीन शहरी विकास विभाग के नाम स्थानांतरित होने पर प्लांट स्थापना का काम आरंभ होगा. अहम बात यह है कि बिलासपुर के अलावा घुमारवीं शहर का कूड़ा एक निश्चित स्थान पर ठिकाने लगाया जाएगा जिससे लंबे समय से चल रही कूड़े के निस्तारण की समस्या का स्थायी तौर पर समाधान भी हो जाएगा.

शहरी विकास विभाग के निदेशक देवेंद्र कुमार गुप्ता ने इस अहम मसले को लेकर बिलासपुर जिला की सभी नगर निकायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और गहनता से विचार विमर्श कर अहम सुझाव भी लिए. इसके साथ ही जिलाधीश विवेक भाटिया से भी गहन चर्चा की. नगर परिषद में आयोजित मीटिंग के बाद यहां बातचीत में उन्होंने बताया कि जयराम सरकार प्रदेश में कूड़े की समस्या के प्रति गंभीर है और कई अहम निर्णय भी लिए गए है. इसके तहत प्रदेश के 10 शहरों में छोटे छोटे सॉलिड बेसड मैनेजमेंट प्लांट स्थापित किए जाने की भी प्लानिंग है, जिसके लिए प्रोसेस चल रहा है.

यदि बिलासपुर जिला की बात की जाए तो यहां भी कूड़े को ठिकाने लगाने की समस्या है जिसके स्थायी समाधान को लेकर बैठक में चर्चा की गई है. बताया गया है कि बिलासपुर शहर के कूड़े को खैरियां में जिस जगह ठिकाने लगाया जाता है वहां जनता का विरोध है. इसी प्रकार घुमारवीं में भी पिछले काफी समय से कूड़े के निस्तारण की समस्या बनी हुई है. ऐसे में दोनों ही शहरों की कूड़े की समस्या के स्थायी समाधान को लेकर जिला में चार साईट चयनित की गई हैं जिनमें एक फेटीधार के पास, संडयार के जंगल, मारकंड के आसपास और लैहड़ी सरेल के पास शामिल है.

निदेशक के अनुसार एक टीम चारों साईट का विजिट कर किसी एक उपयुक्त साईट का चयन करेगी. मापदंडों के अनुरूप साईट को राजस्व विभाग की ओर से जमीन शहरी विकास विभाग के नाम करने के लिए प्रोसेस चलेगा और यह प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद बजट प्लान तैयार कर आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. इस योजना को मूर्तरूप मिलने से बिलासपुर व घुमारवीं में कूड़े के निस्तारण को लेकर चल रही समस्या का स्थायी हल हो जाएगा. उन्होंने बताया कि कूड़े को रियूज किया जा सकता है.

इसके अलावा बिलासपुर शहर में टॉयलेट्स को लेकर चल रही समस्या का भी स्थायी समाधान किया जाएगा. नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी केआर ठाकुर ने बताया है कि पूर्व में बने 12 टॉयलेट्स मौजूद हैं जिनमें से चार पांच को रैनोवेट किया जा रहा है. निदेशक ने आश्वस्त किया कि जल्द ही टॉयलेट्स की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयास किए जाएंगे. इसके साथ ही शहर में एक दर्जन पार्क हैं जिन्हें ग्रीनरी व फूलों से सुसज्जित कर और अधिक आकर्षक बनाया जा सकता है जहां बच्चों का मनोरंजन हो सके और महिलाओं व बुजुर्गों को भी टहलने की सहूलियत होगी.