मैहतपुर से झलेड़ा तक हाईवे पर अनौपचारिक कटों की भरमार

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार मैहतपुर से लेकर झलेड़ा तक नेशनल हाइवे में बने डिवाइडरों पर कटों की भरमार देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह नेशनल हाइवे नहीं बल्कि कोई लिंक रोड है. नैशनल हाइवे पर बने अनौपचारिक कटों के कारण आये दिन हादसे हो रहे है, बाबजूद इसके विभाग कुंभकर्णी नींद से जाग नहीं रहा है. बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग किसी बड़े हादसे का इन्तजार कर रहा हो.

चंडीगढ़-धर्मशाला नेशनल हाइवे पर मैहतपुर से लेकर झलेड़ा तक की करीब 15 किलोमीटर सड़क में अनौपचारिक कट हादसों का कारण बनते जा रहे है. सबसे ज्यादा कट मैहतपुर और ऊना शहर में देखने को मिलते है, इन दोनों कस्बों में कई स्थानों पर तो मात्र दस से बीस मीटर की दूरी में ही डिवाइडर कट बना दिए गए है जिन्हे पार करते हुए अक्सर लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है. पुलिस द्वारा मैहतपुर से लेकर तक 28 ऐसे कटों को चिन्हित किया गया है, जिनकी कोई जरूरत नहीं और इन कटों के कारण ही अक्सर हादसे होते है.

पुलिस द्वारा सुझाव देने के बाबजूद भी नेशनल हाइवे विभाग इन कटों को बंद करने की जहमत नहीं उठा रहा है. स्थानीय लोगों की माने तो इन कटों के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती है और विभाग को शीघ्र इन्हे बंद करना चाहिए सिर्फ जरूरत के हिसाब से ही कट होने चाहिए.वहीं डीएसपी ऊना अशोक वर्मा की माने तो पुलिस ने अनौपचारिक कटों को चिन्हित करके विभाग से इन्हे बंद करने का आग्रह किया है. डीएसपी ऊना ने बताया की फिलहाल पुलिस ने अपने स्तर पर बेरिगेट्स लगाकर कुछ कटों को बंद भी किया है लेकिन वो स्थाई हल नहीं है.

वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के जूनियर इंजीनियर ने बताया कि हाइवे पर अनौपचारिक कटों का मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में ला दिया गया है. उन्होंने कहा कि विभाग से मंजूरी मिलते ही अनौपचारिक कटों को बंद कर दिया जायेगा.