लघु सचिवालय में एसडीएम ऑफिस में घूस मांगने का वीडियो हुआ वायरल

ख़बरें अभी तक। फतेहाबाद के लघु सचिवालय में एसडीएम ऑफिस और डीसी ऑफिस में घूस मांगने का वीडियो आया सामने, वीडियो में एसडीएम ऑफिस का क्लर्क कर रहा है जन्म प्रमाण पत्र जारी करने की फ़ाइल पास करने की एवज में कर रहा है 300 रुपये की डिमांड, डीसी ऑफिस से फ़ाइल पास करवाने की एवज में डीसी ब्रांच के क्लर्क को भी 300 रुपये रिश्वत अलग से देने की बात भी कही.

डीसी ने मामला संज्ञान में आने के बाद जांच के आदेश दिए, डीसी ने कहा- पूरे मामले की जांच कर आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, वीडियो बनाने वाला पीड़ित शख्स बोला-डीसी और एसडीएम ऑफिस में कर्मचारियों ने कर रखे हैं हर फ़ाइल और फ़ाइल के हर कागज के रेट फिक्स, ज्यादातर कर्मचारी बिना रिश्वत के काम नहीं करते.

हरियाणा की मनोहर सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने के चाहे कितने भी दावे करे, लेकिन सरकारी महकमों के बाबू सरकार के इन दावों को खोखला साबित करने पर तुले है. फतेहाबाद में सरकार के भष्टाचार मुक्त शासन देने के दावे की पोल खोलता एक वीडियो सामने आया है जिसमें एसडीएम ऑफिस का एक कर्मचारी एक शख्स से जन्म प्रमाण पत्र का सर्टिफिकेट जारी करने की फ़ाइल पास करने की एवज में 300 रुपये की डिमांड करता दिखाई दे रहा है.

इस वीडियो को खुद पीड़ित युवक ने शूट किया है और 300 रुपये की डिमांड करने वाला एसडीएम ऑफिस का कर्मचारी न केवल अपने हिस्से के रुपये देने की बात कर रहा है बल्कि डीसी ऑफिस में भी फ़ाइल को पास करने वाले डीसी ब्रांच के कर्मचारी के हिस्से के पैसों का हिसाब-किताब समझा रहा है. कर्मचारी कहता है कि डीसी ऑफिस के संबंधित कर्मचारी को भी 300 रूपये देने होंगे और हुआ भी यही, डीसी ऑफिस में यह फ़ाइल पास करने की बजाय बेतुके ऑब्जेक्शन के साथ वापिस लोटा दी गई.

वीडियो शूट करने वाले फतेहाबाद निवासी नवनीन ने बताया कि वह 2 महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है और अब आख़िरकार उससे पैसों की डिमांड की गई है. नवनीत ने कहा कि 2 महीने के दौरान उसने देखा कि किस तरह लघु सचिवालय में आम जनता को छोटे-छोटे काम के लिए पैसे देने पड़ते हैं और कर्मचारी अपनी मनमर्जी चलाकर घूसखोरी का खेल खेल रहे हैं. नवनीत ने बताया कि एसडीएम ने उसकी फ़ाइल के सभी दस्तावेज जांच करके इसे मंजूर कर डीसी आफिस को प्रेषित कर दी लेकिन एसडीएम ऑफिस में बैठे एक कर्मचारी ने उसकी फ़ाइल को जानबूझकर रोके रखा और 300 रुपये की डिमांड की.

इसके बाद डीसी ऑफिस में भेजने पर भी उसे कहा गया कि डीसी ऑफिस के कर्मचारी को भी 300 रुपये रिश्वत देनी होगी. आरोप है कि रिश्वत मांगने की वीडियो बनने की भनक लगने पर डीसी ऑफिस के कर्मचारी ने बेतुका ऑब्जेक्शन लगाकर उसकी फ़ाइल वापिस लौटा दी. यह पूरा मामला डीसी डॉ. हरदीप सिंह के संज्ञान में आने के बाद डीसी ने जांच के आदेश दिए हैं. डीसी ने कहा है कि पूरे मामले की जांच करवाकर आरोपी कर्मचारियो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है और इस करने वाला चाहे कोई भी, सख्त कार्रवाई की जाएगी.