भारी बारिश से देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात, अबतक 32 लोगों की मौत

खबरें अभी तक। मानसून आने के बाद हुई भारी बारिश से देश के कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तरी भारत में मानसून आने के बाद से ही कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। उत्तराखंड में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। असम में बाड़ से अबतक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। गुवाहाटी में बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। बारिश ने पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।

पिथौरागढ़ के मालपा में बाढ़ आने से कई लोग फंसे हुए हैं। राज्य की एसडीआरएफ यानी राहत बचाव की टीम नदी में फंसे लोगों को क्रेन के जरिए बाहर निकाल रही है। देहरादून के मौसम वैज्ञानिक एम एम सकलानी का कहना है कि सात तारीख तक तो बारिश में कमी आएगी, लेकिन आठ जुलाई से फिर बारिश ज्यादा होने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश में चंबा के भरमौर में अचानक पानी आने से रास्ता बंद हो गया और रोड पर ही दस लोग फंस गए। बाद में किसी तरह जेसीबी मशीन की मदद से सबको बचाया गया। वहीं, जम्मू कश्मीर के पुंछ में लगातार बारिश होने की वजह से लोगों को काफी मुसीबत हो रही है।

असम के गुवाहाटी में बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। यहां बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। असम के करीब पांच जिले बुरी तरह बाढ में घिर गये हैं। ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है। कई गावों में पानी घुस चुका है। करीब 50 हजार की आबादी बाढ़ में घिरी हुई है। धीमाजी, लखीमपुर, बारपेटा, डिब्रूगढ, करीमगंज जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में बाढ़ से अबतक करीब 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

असम के कोकराझार में भी बारिश ने तबाही मचा रखी है। पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते यहां कई गांव पानी में डूब गए हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

बारिश ने पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जलपाईगुड़ी जिले के एक गावं में घरों में पानी घुस गया है। गाड़ियों के पहिए करीब करीब पानी में डूबे गए हैं। बानरहाट में करीब 10 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं।