सरकार के केसीसी योजना पर बैंककर्मी फेर रहें हैं पानी

खबरें अभी तक। सरकार प्रदेश के किसानों को कृषि क्षेत्र में बढ़ावा देंने व उन्हें प्रगतिशील बनाने के लिये लाख प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार के केसीसी योजना पर बैंककर्मी पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्रों में किसानों को आगे बढ़ाने के लिये किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाकर उन्हें लाभ पहुंचाने और प्रगतिशील बनाने का काम किया जा रहा है। लेकिन यह योजना बिचौलियों और बैककर्मियो के मिली भगत से किसानों तक सही से नहीं पहुंच पा रही है और किसान के नाम पर मिलने वाला पैसा बैंककर्मी और बिचौलिया खा रहें है। इतना ही नहीं इस योजना का लाभ किसान को देने के लिए बैंककर्मियों द्वारा किसानों से 10 से 15 प्रतिशत कमीशन लिया जा रहा है। कमीशन न देने पर बैंक द्वारा खाते से निकाला हुआ पैसा भी नहीं दिया जाता है और इससे पीड़ित किसान बैंक का चक्कर काट रहें हैं।

कुशीनगर के रामकोला स्थित सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया में किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर सरेआम लूट मची हुई है। यहां किसानों से केसीसी के नाम पर 10 से 15 प्रतिशत कमीशन किसानों से लिया जा रहा है। बैंक के अंदर से लेकर बाहर तक बिचौलियों का भरमार है। ताजा मामला 28 जून का है जब भठाही खुर्द निवासी ओम प्रकाश ने सेन्ट्रल वैक ऑफ इंडिया रामकोला से 55 हजार का केसीसी करवाया। केसीसी होने के बाद बैंककर्मियों द्वारा किसान से 10 परशेंट कमीशन मांगा गया। किसान द्वारा कमीशन देने से इंकार करने पर किसान को बैंक से पैसे का भुगतान नहीं किया गया और खाते से 55 हजार रुपया का भुगतान कर दिया गया। किसान के साथ हुए इस बरताव से बैंक में पहले तो अफरातफरी का माहौल बना फिर मामला मिडिया तक पहुंचने पर बैंक कर्मियों के हाथ पांव फूलने लगे।

वहीं दूसरी ओर किसान बैक से पैसा न मिलने से परेशान है और रोज बैंक का चक्कर काट रही है। वहीं बैंककर्मी मामले को दबाने के चक्कर में लगे है। पैसा न मिलने को लेकर किसान ने शाखा प्रबंधक को शिकायती पत्र भी 28 जून की शाम को ही दी थी। लेकिन मामले के 5 दिन होने के बाद भी किसान को उसका केसीसी का भुगतान नहीं मिला। मानसून आने पर धान की रोपाई कराने के लिए किसान परेशान है। सवाल यह उठता है कि क्या बैंक में बिना कमीशन दिए बैंक से केसीसी नहीं पास होगा। बहर हाल जो भी हो सरकार के इस योजना पर बैकं कर्मियों द्वारा तो पलीता लगाया ही जा रहा है।

बैंक में हुई इस घपलेबाजी को खुद शाखा प्रबंधक और फील्ड ऑफिसर भी मानते हैं की बैंक से गलती हुई है। किसान ने केसीसी कराया था पैसा नहीं मिले हैं। जबकि खाते से पैसे डेबिट कर दिए गए हैं। किसान के तरफ से शिकायत मिली है जांच की जा रही है। जल्द ही किसान का भुगतान कर दिया जायेगा। बिना सर्वे किये केसीसी पास करने का बात खुद फील्ड ऑफिसर भी कबुल कर रहें हैं कि मेरे द्वारा सर्वे नहीं किया गया है। 28 तारीख को मै बैंक में नहीं था बैंक के काम से जिला मुख्यालय गया हुआ था। क्या हुआ हमें पता नहीं। यदि ऐसा हुआ है तो यह मिसप्रिंट है इसका सुधार कर दिया जायेगा।

जिले के रामकोला स्थित सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया में हुए इस धांधली को खुद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी संज्ञान में लेते हुए जिलाधकारी को जांच कराने का आदेश दे दिया है। मंत्री ने कहा की जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।