नारनौल शहर में पार्क की हालत बनी काफी दयनीय

ख़बरें अभी तक। नारनौल : लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सरकार विभिन्न स्थानों पर पार्क का निर्माण करती है, ताकि लोग इन पार्क में धुमकर या फिर बैठकर अपने आप को अच्छा महसुस कर सके. लेकिन जब ये पार्क ही लोगों की समस्या बने तो फिर आखिर लोग कहां जाये. ऐसा ही नजारा नारनौल में देखने को मिला है.

नारनौल शहर में इस समय नगर परिषद व हुड्डा प्रशासक के अधीन मुख्य लगभग 4 पार्क है. जिनकी हालत काफी दयनीय बनी हुई है. अधिकतर पार्क की दिवारे टुट चुकी है. उनपर लगी रैलिंग भी गायब है. अब इन पार्क में इंसानों की बजाये पशु धुमते दिखाई देते है, लोगों का कहना है कि धुमने का मन तो बहुत करता है लेकिन पार्क की हालत देखकर यहां आने का मन नहीं करता.

बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी पार्क की खस्ता हाल से काफी परेशान है, बच्चों का कहना है कि वो पार्क में तो आते हैं लेकिन यहां बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है और न ही पीने के पानी की, पार्क में दिवार टुटी होने और गंदगी के कारण यहां आना अच्छा नहीं लगता.

शहर की चकाचौंध को देखकर गांव छोड़कर आये लोग अब पार्क की हालत को देखकर काफी दुखी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वो शहर में इसलिए आये थे यहां उन्हें साफ सुथरा वातावरण मिलेगा. लेकिन पार्क में जहां कुड़े के ढेर जमा है वहीं आवारा पशुओं के लिए एक स्थल बनकर रह गया है.