खबरें अभी तक। कांग्रेस के अहम पदों पर रह चुके बड़सर के समाज सेवी नेता सीता राम भारद्वाज 5 जुलाई को भाजपा में शामिल होंगे। भाजपा में शामिल होने वाले समाज सेवी सीता राम ने विगत विधानसभा चुनावों में बतौर आजाद प्रत्याशी चुनाव लड़कर जहां भाजपा के विजय रथ को बड़सर में रोक दिया था। वहीं कांग्रेस का प्रत्याशी भी चंद मतों से जीत हासिल कर पाया था।
इसलिए अब बीजेपी ने लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए। सीता राम भारद्वाज को अपने पाले का योद्धा बनाने की कूटनीति को अमल में लाते हुए। उन्हें अपने कुन्वे में शामिल करना जरूरी समझा। सीता राम भारद्वाज का बड़सर की जनता में अपना जनाधार है।
उधर बीजेपी अगर सीता राम भारद्वाज की राजनीतिक क्षमताओं का भरपूर दोहन कर ले तो बीजेपी में मची धमाचौकड़ी को सीता राम भारद्वाज न केवल नियंत्रित करने की क्षमता रखते, बल्कि बीजेपी से नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाने की भी योग्यता रखते है।
5 जुलाई को सीता राम भारद्वाज अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ विधिवत रूप से बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। जबकि दूसरी ओर पार्टी व सत्ता को अपने जागीर मानने वाले नेताओं की मंडली आलाकमान के इस कदम से परेशान हैं।