लड़की को वापस नहीं लाया तो महिलाओं का सरेआम बलात्कार करने का फरमान

ख़बरें अभी तक। यूपी के बुलंदशहर में गैर सम्प्रदाय की लड़की से शादी करने पर मोदी के मंत्री डॉ. महेश शर्मा के करीबी माने जाने वाले दबंगों ने गांव में पंचायत कर दलित लड़के के परिजनों को जमकर अपमानित किया, पहले कुर्सी से कान पकड़कर जमीन में बैठाया, फिर थूकवाकर थूक चटवाया, यही नहीं लड़की को दो दिन में वापस ना लाने पर सामाजिक बहिष्कार कर गांव से निकालने तथा लड़के के परिवार की महिलाओं का सरेआम बलात्कार कराने का फरमान सुनाया गया. पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने मोदी के मंत्री के दो करीबियों सहित पंचायत में शामिल पंचों के खिलाफ रिर्पोट दर्ज की है.

ये तस्वीर है बुलन्दशहर के खुर्जा कोतवाली के गांव सौंदा हबीबपुर में रहने वाले दलित यवुक शिवकुमार और प्रेमिका से पत्नी बनी रजिया की, जिन्होंने अपनी मौहब्बत को घर से भागकर अंजाम दिया और कोर्ट मैरिज कर ली, लेकिन दोनों की मुहब्बत गांव वालों को रास न आयी. आरोप है कि 26 जून 2018 को गांव में डॉ.महेश शर्मा के साथ तस्वीर में दिख रहे नारायण सोलंकी और उसके पुत्र कुलदीप आदि ने पंचायत बुलायी, पंचायत में लड़की लड़की की पेश नहीं हुए तो तो शिवकुमार के पिता उदयराम व चाचा श्रीकृष्णा को बुलाया गया.

मीरा ने कैमरे पर पंचायत और पंचायत के फरमान की हकीकत ब्यां कर दी, तो पंचायत का फरमान सुनाने वालो के पैरों तले की जमीन खिसक गयी. प्रेमिका की माने तो उसने अपनी मर्जी से भागकर शिवकुमार से शादी की है, लेकिन अब गांव के ही दबंग उसके परिजनों को अपमानित कर रहे है.

पुलिस भी मान रही है कि दलित परिवार को गांव में हुई पंचायत में अपमानित किया गया, लेकिन जैसे ही मामला संज्ञान में आया आरोपियों के खिलाफ रिर्पोट दर्ज करा दी गयी है और कोतवाली प्रभारी को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिये गये है.