भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही के दावों की खुली पोल, सरकारी जमीन परलगाया मोबाईल टावर

खबरें अभी तक। एक तरफ सरकार एंटी भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही के बड़े बड़े बोर्ड लगा प्रचार प्रसार कर वाह वाही लुट रही है। लेकिन यह केवल कागजों में सिमट कर रह गया गया है। जमीनी धरातल पर इसकी हकीकत कुछ और ही है। मामला जनपद के कप्तान गंज तहसील के पगार ग्राम सभा का है जहां पर सत्ता व हनक के बल बुते सरकारी भूमी पर कब्जा कर मोबाइल टावर खड़ा कर दिया गया। जो भूमि राजस्व अभिलेख में खाद गड्डा दर्ज है। लेकिन अपने दबंगयी के बल पर हिन्दु यूवा वाहिनी का कार्यकर्ता व ग्राम प्रधान नें उस भूमि को कब्जा कर एक निजी कम्पनी का टावर खड़ा कर सरकारी दावे को फेल करता नजर आ रहा है। गांव के ही एक व्यक्ति इस मामले की लिखित शिकायत कप्तानगंज एसडीएम से की शिकायत पर एसडीएम नें हल्का लेखपाल को रिपोर्ट देनें को कहा जिस पर लेखपाल नें साफ तौर पर रिपोर्ट में लिखा गया की जो टावर लगा है ग्राम सभा की खाद गड्डे की जमीन लेकिन कार्यवाही करना रिपोर्ट देने वाले लेखपाल को ही वहा से हटा दिये।

राजनितिक संरक्षण प्राप्त यें भू माफिया सरकारी भूमी पर कब्जा कर सरकारी दावों की धज्जिया उड़ा रहें हैं। तो वहीं प्रशासन मुक दर्शक बना हुआ है इससे ये साफ तौर से समझा जा सकता की सत्ता के हनक के आगे सभी नियम कानुन फेल नजर आ रहे हैं। अब देखना ये है कि शासन प्रशासन इसको लेकर संजीदगी दिखाता है। एसडीएम कप्तान गंज से जब बात की गयी तो यें टीम गठित कर खाद गड्डे की जमीन चिन्हित करानें की बात कही। लेकिन तीन दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं नजर आ रही। जिससे लगता है कि कहीं न कहीं एसडीएम के संरक्षण में सत्ता का हनक दिखा सरकारी भूमि पर मोबाइल कम्पनी का टावर खड़ा कर दिया गया तो शिकायत कर्ता द्वारा पुरे प्रकरण को लेकर जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्यवाही की मांग करने पर मामले को गम्भीरता से लेकर कार्यवाही का आदेश दिया व मुकदमा दर्ज करनें का आदेश दिया जिस पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही में जुट गयी हैं।