शिमला: प्रदेश भर में एम्बुलेंस कर्मी हड़ताल पर

ख़बरें अभी तक। शिमला: प्रदेश में 108, 102 एम्बुलेंस कर्मचारी वेतनमान, भत्ते और काम का समय तह न होने पर हड़ताल पर चले गए है. कर्मचारियों ने एम्बुलेंस सड़कों पर खड़ी कर बुधवार को सचिवालय के बाहर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया. कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से 108 के बेड़े में 92 एम्बुलेंस, 102 एम्बुलेंस में 125 वाहन सड़कों पर खड़े हो गए है. कर्मचारी कंपनी जीवीके कंपनी के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा है कि न तो काम के घण्टे तय है और नहीं वेतनमान को लेकर कोई नीति बनाई जा रही है. कर्मचारियों ने  चेतवानी दी है कि जबतक कंपनी मांगे नही मानती तब तक कोई भी कर्मचारी काम पर नही लौटेंगे.

ये हड़ताल राज्य भर में है और इसका सबसे बड़ा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. मरीजों को  अस्पताल के लिए एम्बुलेंस नहीं मिल रही है. प्रदेश भर में एम्बुलेंस सड़क किनारे खड़ी है. लोग एम्बुलेंस के लिए फोन तो कर रहे है लेकिन उन्हें एम्बुलेंस मुहैया नहीं हो पा रही है. जिसके चलते लोगों को काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है.

हिमाचल प्रदेश 108  एम्बुलेंस यूनियन के अध्यक्ष पूर्ण चंद ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगे हैं कि हरियाणा की तर्ज पर सभी 108 व 102 कर्मचारियों को एनएचएम के तहत लाया जाए. 12 घंटों की बजाए ड्यटी का टाइम आठ घंटे किया जाए. पांच वर्षों से कर्मचारियों का इन्क्रीमेंट नहीं लगा है और न ही सैलरी निर्धारित समय पर मिल रही है. इसलिए महीने की सैलरी पहली से सात तरीक तक मिल जानी चाहिए. कर्मचारियों को पीएफ और ईएसआई की सुविधा दी जाए. वहीं कंट्रोलरूम की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाए और निकाले गए कर्मचारियों को जल्द वापिस लिय जाये.