संविधान के रचियता को लेकर महोबा प्रशासन की बड़ी लापरवाही

ख़बरें अभी तक। संविधान के रचियता को लेकर महोबा प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. दो वर्ष पहले कुछ अराजक तत्वों ने बाबा साहेब अम्बेडकर की मूर्ति को खंडित कर दिया था. मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर खंडित मूर्ती को मालखाने में जमा करा दिया गया था. लेकिन आज वही मूर्ति महोबा के बजरिया पुलिस चौकी के पीछे कूड़े के ढेर पर पड़ी मिली. जब मीडिया द्वारा मूर्ती की सूचना प्रशासन को दी गयी  तो प्रशासन ने आनन फानन में मूर्ती को उठवाकर सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया.

मामला महोबा शहर कोतवाली के बजरिया चौकी का है, जहां 28 अप्रैल 16 पहले बाबा साहेब की खंडित मूर्ती को जमा कराया गया था और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. बसपा कार्यकर्ताओ ने उस समय खंडित मूर्ती को उन्हें सौपने की मांग की थी लेकिन कानूनी मामलो के चलते मूर्ती को मालखाने में रखने की बात हुई थी. लेकिन आज प्रशासन की बड़ी लापरवाही से बसपा कार्यकर्ता खासे नाराज दिखे. आज बसपा कारकार्ताओ ने कहा की अगर दो दिन के भीतर मूर्ती को सुरक्षित नहीं रखा गया तो हमारे कार्यकर्ता आंदोलन करने पर उतारू हो जाएंगे.