हिमाचल में रुकने का नाम नहीं ले रहे स्कूल बसों के हादसे

ख़बरें अभी तक। स्कूल बसों के हादसे रूकने का नाम नहीं ले रहे है और सरकार केवल घटना होने के कुछ दिन तक सक्रियता दिखाती है लेकिन उसके बाद सब ठंडे बस्ते में पड़ जाता है. इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है कि जब धर्मपुर के गरली में निजी स्कूल के बैन का हादसा हुआ और उसमें बीस बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए थे. तो इस पर हमीरपुर पहुंचे आईपीएच मंत्री व धर्मपुर के विधायक महेन्द्र सिंह ने हादसे के बाद निजी स्कूल बैन हादसे पर केवल यह कह कर इतिश्री कर ली कि बस चालकों के लाइसेंस चैक किए जाएंगे ताकि आगे से हादसे न हो.

आईपीएच मंत्री महेन्द्र सिंह ने बताया कि दो बच्चो की हालत बिगड़ने पर हमीरपुर रैफर किया गया है. उन्होंने कहा कि हादसों को रोकने के लिए ऐसी बसों की फिटनेस के साथ साथ चालकों के लाइसेंस भी चैक किए जाएंगे.

गंभीर रूप से घायल बच्चों के परिजनों ने बताया कि घर के समीप ही बैन पलट गई थी और जब देखा तो बच्चे भी बुरी तरह से चिल्ला रहे थे. जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया. उन्होंने बताया कि जब बच्चों की बैन पलटने की सूचना मिली तो सभी घबरा गए.

वहीं हमीरपुर क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचे गंभीर रूप से घायल दोनों बच्चों का इलाज चल रहा है और मौके पर तहसीलदार राजीव कुमार ने भी पहुंच कर कुशलक्षेम पूछा है. जिला प्रशासन की ओर पांच पांच हजार रूपये की फौरी राहत राशि दी गई है.

एसडीएम हमीरपुर शिल्पी बेक्टा ने कहा कि दोनों बच्चों को फौरी राहत दी है और अब हालत खतरे से बाहर है. उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों के शरीर में मल्टीपेल फैक्चर आया है. उन्होंने बताया कि आर्यष और कार्तिक दोनों का ही इलाज अस्पताल में चल रहा है.