किसान नेता की मौत का मामला, वोट की राजनीति शुरु

खबरें अभी तक। जिला अधिकारी कार्यालय के सामने हुई किसान नेता की मौत के बाद अब किसान नेता की मौत पर राजनीति का खेल शुरू हो गया, सपा की तीन सदस्यीय टीम के रायबरेली पहुँचने के बाद सीधे किसान नेता के घर पहुँची और लड़ाई लड़ रहे किसान नेता की उस जमीन को थोड़ी ही में समझौता करवाकर मामले का रफादफा कर दिया. लोगो का कहना था कि मौत से पूर्व कोई नेता विधायक या राजनीतिक दल क्यो नही दिखाई दिया अब सभी अपनी वोट की राजनीति कर रहे है।

आपको बता दे कि एक दिन पूर्व हुई जिला अधिकारी कार्यालय के सामने किसान नेता अमृतलाल सविता की मौत के बाद अब राजनीतिक पार्टियां भाजपा सरकार को घेर रही और आरोपो का सिलसिला जारी है आज पूर्व सपा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तीन सदस्यीय टीम रायबरेली पहुँची जहाँ मृतक के घर सूरजपुर बनापार पहुचकर शोक संवेदना व्यक्त कर परिवार न्याय का आश्वासन दिया साथ ही सपा के क्षेत्रीय विधायक मनोज कुमार पांडे ने विधायक निधि से पीड़ित परिवार के जमीनी विवाद को सुलझा कर सीसी रोड मकान हैंडपंप जैसी सुविधाएं देने का आश्वासन दिया. सपा की जिम्मेदारी बताया और भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों की उपेक्षा करने वाली भाजपा सरकार जागे और किसान नेता परिवार को 50 लाख रुपया, नौकरी आवास प्रदान करे।

एमएलसी राजपाल कश्यप ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है जहाँ किसानों की उपेक्षा की जाती है अन्यथा 15 दिन से जिला अधिकारी कार्यालय के सामने किसान को धरने पर न बैठना पड़ता और न उसकी मौत होती। 13 दिन तक सरकार का प्रशासन अगर संवेदनशीलता दिखाया होता तो यह नौबत न आती, हम सरकार से 50 लाख रुपये, नौकरी, आवास सहित उसके परिवार को जो सुविधाएं चाहिए प्रदान करे उन्होंने इस मौत पर प्रदेश के मुखिया और जिला अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान की सुनाई इस सरकार में नहीं हो रही है. देश भर में किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ रहे जहाँ उनकी मांग पूरी न होने पर मौते हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी तीन सदस्यीय टीम मा0 अखिलेश जी को यह जांच रिपोर्ट सौपेगा आगे उनके आदेश पर यह मुद्दा सदन में उठाया जाएगा।