साइबर सिटी की मॉनसूनी तैयारियों का रियल्टी चेक

ख़बरें अभी तक। मॉनसूनी बारिश के लिए तैयार नहीं हुआ साइबर सिटी गुरुग्राम.अधूरे पड़े ड्रेनों ने खोली जिला प्रशासन के दावों की पोल.अगर साइबर सिटी में जम कर बरसे बदरा तो झेलने पड़ सकते है महाजाम और बाढ़ जैसे हालात.जी हां हम बात कर रहे है मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की जहां मॉनसूनी बारिश कभी कभी कहर बरपा पूरे सिस्टम को हिला के रख देती है और इसी मॉनसूनी बारिश के रियल्टी चेक में कई बड़ी खामियां सामने नज़र आई जिसके चलते अगर साइबर सिटी को भारी बारिश का सामना करना पड़ा तो सिटी में एक बार फिर महाजाम और बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल सकते है.

आपको बता दें कि 2016 में महाजाम के बाद हालांकि हीरो होंडा चौक पर हालात बदले जरूर है. फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण जहां पहले ही पूरा किया जा चुका है वहीं बरसाती पानी से निपटने के लिए जिस बादशाहपुर ड्रेन का निर्माण अभी तक हो जाना चाहिए था वो अभी तक भी अधूरा ही है आपको बता दें कि घाटा गांव के अरावली श्रृंखलाओं और आस पास के इलाकों से यह बरसाती पानी बादशाहपुर होते हुए नजफगढ़ ड्रेन में जाया करता था प्राकृतिक तौर से लेकिन लगातार होते इमारती निर्माणों ने इस ड्रेन का अस्तित्व धीरे धीरे बहुत कम यानी छोटे से नाले के तौर पर कर दिया गया था जिसके चलते 2016 में साइबर सिटी को महाजाम का दंश झेलना पड़ा था.

हालांकि अब इस ड्रेन को चौड़ा और व्यवस्थित जरूर किया जा रहा है लेकिन अधूरे निर्माण ने एक बार फिर जिला प्रशासन के लापरवाह रवैये को जरूर उजागर कर दिया है.

वहीं जिला उपायुक्त की माने तो इस बार बरसाती पानी से निपटने के इंतज़ाम जरूर किये गए है लेकिन बादशापुर ड्रेन का अधूरा काम जरूर जिला प्रशासन नींद उड़ाए हुए है.ऐसे में अगर सिटी में अगर जम के बदरा बरसे तो जिला प्रशासन की मुश्किलें जरूर बढ़ सकती है.