सफाई कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार और प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा

खबरें अभी तक। रेवाड़ी में अपनी मांगो को लेकर नगरपालिका सफाई कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला है। नप कर्मियों ने प्रधान महेन्दर सिंह चांवरिया की अध्यक्षता में गेट मीटिंग कर एक दिन का धरना-प्रदर्शन किया। नप सफाई कर्मी रेवाड़ी के संजय गांधी पार्क में एकत्रित हुए और सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सफाई कर्मियों ने कहा की न तो उन्हें समय पर वेतन दिया जाता है और ना ही सफाई के उपकरण उपलब्ध कराये जाते है। उन्होंने चेतावनी दी है की यदि उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वे आंदोलन करेंगे।

रेवाड़ी नप सफाई कर्मियों की 6 सूत्रीय प्रमुख मांगे इस प्रकार है :-

(1 ) नप सफाई कर्मियों का कहना है कि हरियाणा सरकार के नियमों के अंतर्गत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को गेहूं खरीद के लिए ऋण प्रदान किया जाता है। जिसके लिए सरकार द्वारा यह राशि उनके बैंक खातों में डाल दी जाती है। लेकिन गेहूं ऋण की राशि अभी तक उनके बैंक एकाउंट्स में नहीं डाली गयी है। अधिकारी उन्हें झूठा आश्वासन देकर टरका देते है।

(2) शरारती तत्वों द्वारा सफाई कर्मचारियों का कूड़ा डिपो एक-एक करके बंद किया जा रहा है। अभी हाल ही में मुक्तिवाड़ा का कूड़ा डिपो बंद कर दिया गया है। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

(3) उन्होंने कहा की सरकार के नियमानुसार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपने बच्चो की शादी के लिए मैरिज लोन वर्षो से लेते आ रहे है। लेकिन नगर परिषद् रेवाड़ी में वर्षों से डेपुटेशन पर बैठे एक अधिकार (अकाउंट अफसर नरेंदर सिंह) द्वारा मैरिज लोन के लिए उन्हें चक्कर कटवाये जाते है।

(4) अधिकांश कर्मचारियों ने अपनी सैलरी पर बैंक लोन ले रखा है। सैलरी समय पर नहीं मिलने के कारन बैंक द्वारा डबल ब्याज काट लिया जाता है।

(5) सफाई कर्मचारियों का मेडिकल बिल समय पर नहीं निकाला जाता कई महीनों के मेडिकल बिल रुके पड़े है। जब इस बारे में अकाउंट अफसर के पास जाते है तो यह कहा जाता है की पैसे नहीं है।

(6) इसके अलावा नियम के मुताबिक अनुबंध पर लगे सफाई कर्मियों को सरकार की ओर से झाड़ू उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन यहां 172 कच्चे सफाई कर्मियों को अपने पैसे से झाड़ू एवं अन्य उपकरण खरीदने पड़ रहे है।