भीषण गर्मी में आग के 108 धूनों के बीच तप रहे हैं बाबा

ख़बरें अभी तक। चरखी दादरी: आज आपको मिलाते है चरखी दादरी में ऐसे तपधारी बाबा से जो इस तपती गर्मी में भी 108 जलते हुए धुनों के बीच तपस्या कर रहें है. ये है बाबा औमानाथ, तपस्या 27 मई से जारी है और 28 जून तक चलेगी. गांव के लोग इसे पूरे गांव के लिए पुण्यकारी मान रहे है और बाबा पर अपार श्रद्धा है.

ईश्वर प्राप्ति कहे या अपनी आत्मा की संतुष्टि के लिए अलग-अलग विधान, कोई भंडारे और उपवास करता है तो कोई योग, लेकिन कुछ लोग कठिन तपस्या तक करते है, जिससे उनकी आत्मा को संतुष्टि मिलती है कि उनके आराध्य प्रसन्न होंगे. आजकल तपती गर्मी में आप कूलर से भी आराम नहीं पा रहे हैं तो एसी का सहारा लेना पड़ रहा है पर दादरी जिले के गांव इमलोटा में राकेश जो अब औमानाथ बाबा के नाम से जाने जाते है, भीषण गर्मी में 45 डिग्री तापमान के बीच लगातार 108 धूनों के बीच तपस्या कर रहे है.

बाबा औमनाथ इस तरह 12 साल से तपस्या कर रहे है. गर्मियों में अग्नि के बीच तो सर्दियों में ठंडे जल की धारा की बीच बाबा तपस्या करते है. गांव के लोगों की भी बाबा में अपार श्रद्धा है और खुद गावं के लोगों का मानना है बाबा की सेवा से उनके काम सफल हुए है. फिलहाल बाबा की तपस्या जारी है और आग उगलती गर्मी में बाबा आग के 198 धूनों के बीच तपस्या में लीन है.

बाबा औमानाथ ने बताया कि धर्म की राह पर रहने व चलने पर जो कुछ भी कष्ट-परेशानियां आती हैं, उन्हें प्रसन्नतापूर्वक अथवा सहजभाव में सहन करते हुए प्रसन्न मुद्रा में धर्म-पथ पर बने रहना तप कहलाता है. बाबा की 60 वर्षीय माता भतेरी देवी कहती हैं कि ये बचपन से ही भगवान में लीन रहते थे. जन्म के कुछ दिन बाद रात को एक सांप उनके कमरे में पहुंचा और रातभर देखता रहा. उसी दिन हमने मन में सोच लिया था कि यह भगवान का दूसरा रूप है. वहीं मंदिर के सेवादार हरीश ने बताया कि मंदिर में गांव व आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान के श्रद्धालु यहां आकर मन्नते मांगते है. बचपन से ही मंदिर में रहते हुए तपस्या कर रहे है. लोग भी श्रद्धा से इन्हें मानते है. बाबा औमानाथ के गुरू बाबा जटाधारी ने बताया कि विश्व शांति के लिए बाबा औमानाथ लगातार 12 वर्षों से लगातार गर्मी में धूनों के बीच व सर्दियों में जलधारा की तपस्या कर रहे है.