पाकिस्तान ने कश्मीर को पाने के लिए परमाणु युद्द की जताई आशंका

खबरें अभी तक। पाकिस्तान अपनी ताकत दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता. इसी के तहत दक्षिण एशिया में जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उसमें परमाणु युद्ध की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है. जंजुआ का कहना था कि कश्मीर मामले में भी अमेरिका भारत का समर्थन कर रहा है. वह पाक पर भारत को तरजीह देता है. उनका कहना था कि आतंकवाद से लड़ाई में पाक की नीयत साफ है और वह नहीं चाहता कि आतंकी संगठन अपना सिर उठाएं.

अमेरिका की आलोचना करते हुए जंजुआ ने कहा कि वह सीपीईसी (चीन-पाक आर्थिक गलियारा) के विरुद्ध साजिश रच रहा है. पाक को जो आतंकवाद झेलना पड़ रहा है वह भी महज इस वजह से क्योंकि उसने अमेरिका का साथ दिया था.

अमेरिका के साथ आने के बाद ही पाक में आतंकवाद ने पैर पसारे. राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक सेमिनार में उनका कहना था कि अमेरिका अब भारत की भाषा बोल रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान ताकतवर हुआ तो अमेरिका ने उसका ठीकरा पाक के सिर फोड़ दिया, जबकि यह महाशक्ति की अपनी नाकामी रही. वह पाक पर आरोप जड़ता है कि उसका संबंध तालिबान व हक्कानी नेटवर्क से है, जबकि उनका देश लगातार इन ताकतों को जवाब दे रहा है.