शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूल, बच्चों को जाना पड़ता है 10कि.मी. दूर

ख़बरें अभी तक। शिलाई: शिक्षकों की कमी से छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है विद्यालय में अध्यापक ना होने से गांव के अधिकतर छात्रों को 10 किलोमीटर दूर अन्य विद्यालय में जाना पड़ रहा है आलम यह है कि गिरिपार क्षेत्र के कान्ति मशवा के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापकों की कमी से छात्र का भविष्य अंधकार में डूब गया है.

आपको बताते चलें यहां पर 9 अध्यापकों का पद खाली है जिससे स्थानीय लोग प्रशासन से आग्रह कर रहे हैं कि यहां के विद्यालय में छात्रों को शिक्षा देने के लिए अध्यापक जल्द से जल्द तैनात करें. स्थानीय का कहना है कि यहां पर लगभग 40 बच्चे 10 किलोमीटर दूर सतोन विद्यालय में पढ़ रहे हैं जिस कारण यहां के गरीब किसानों को बहुत समस्याएं हो रही है गरीब किसानों के पास इतनी राशि नहीं होती है कि अपने बच्चे 10 किलोमीटर दूर भेज सकें.

स्थानीय बिजनेसमेन व सामाजिक कार्यकर्ता इन्दर सिंह राणा ने कहा कि पिछले 3-4 माह से तबादलों के कारण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कांटी मशवा में प्रधानाचार्य समेत कुल 9 पद खाली पड़े हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई में खासी दिक्कत आ रही है. स्थानीय लोगों की सरकार व प्रशासन से गुजारिश है कि यहां रिक्त पड़े पदों को जल्द से जल्द भरा जाए ताकि यहां बच्चों की पढ़ाई सुचारू से चल सके.