आगामी सीजन से पहले तैयार हो पराली प्रबंधन नीति: कृषि मंत्री

खबरें अभी तक। हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे आगामी सीजन से पहले ही पराली प्रबंधन की दिशा में बनाई जा रही पराली औद्योगिक बायोमास नीति तथा पराली प्रबंधन नीति तैयार करने में तेजी से आगे बढ़े। वे गुरुवार को चंडीगढ़ में विभाग के अधिकारियों की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि नव एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के.महापात्रा की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी।

अगले सप्ताह भारतीय तेल निगम व केन्द्रीय पेट्रोलियम व नव एवं नवीनकरणीय ऊर्जा मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में कृषि मंत्री ने सुझाव दिया कि पराली का प्रबंधन राष्ट्रीय ताप बिजली निगम के संयंत्रों में ऊर्जा के रूप में, इथनोल या सीएनजी गैस का उपयोग करना तथा खेतों में ही इसका उपयोग जैविक खाद के रूप में हो इस ओर हमें बढऩा है। पंजाब कहीं न कहीं इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि वे पानीपत रिफायनरी के निकट लगभग 200 करोड़ रुपये की परियोजना लगाने पर भारतीय तेल निगम सहमत है।

पराली के मामले में केन्द्र सरकार भी गम्भीर है इसलिए इस मुद्दे का समाधान अगामी सीजन के शुरू होने से पहले ही करना होगा। हरियाणा किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. रमेश यादव, नव एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  पी.के.महापात्रा, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ अभिलक्ष लिखी, निदेशक डी.के. बेहरा अक्षय ऊर्जा विभाग की निदेशक श्रीमती रेणू फूलियाके अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।