नोएडा : MBBS की डिग्री दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा

ख़बरें अभी तक। नोएडा पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो छात्र छात्राओं को विदेश में MBBS की डिग्री दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया करता था एक पीड़ित की शिकायत के बाद जब नोएडा पुलिस ने इस गिरोह के दफ्तर में छापा छापेमारी की तो दफ्तर में हम ऐसे दस्तावेज मिले जो हो इनके फर्जीवाड़े की पोल खोल रहे थे. फिलहाल पुलिस ने इस ग्रुप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और इनसे पूछताछ कर रही है कि फिलहाल यह लोग MBBS की डिग्री के नाम पर कितने लोगों से ठगी कर चुके हैं.

पुलिस की गिरफ्त में खड़े अनुज जोकि इस कंपनी का डायरेक्टर हैं तो वहीं सुशील (डेटा एन्टी ऑपरेटर) है, राघव (चीफ फाइनैशियल ऑफिसर) ,मारुति (काउंसलर व एडमिशन मैनेजर) और हरजीत (आईटी हेड सर्वर इंचार्ज) नाम के यह सभी ऐसे गिरोह को चलाते थे, जो छात्र छात्राओं को नीदरलैंड स्थित एक यूनिवर्सिटी में MBBS की डिग्री दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी कर लिया करते थे.

नीदरलैंड के कोरोसाव में सेंट मार्टिन यूनिवर्सिटी की सिस्टर कंसर्न कंपनी का नोएडा के सेक्टर 58 में बकायदा एक ऑफिस बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे, अपने शिकार से यह लोग 35 से 40 लाख रुपए एक पैकेज के तौर पर लेते थे, जिसमें छात्र के विदेश जाने का खर्चा, उसकी मेडिकल की फीस और विदेश में रहन सहन का खर्चा वसूलते थे, अपनी जांच में पुलिस ने इनके पास से यूपी पुलिस के अधिकारियों की फर्जी मोहर भी बरामद की है, साथ ही दिल्ली पुलिस के कुछ फर्जी लेटर भी बरामद किए हैं, जिनकी मदद से यह विदेश जाने वाले छात्रों की फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन और फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट इश्यू किया करते थे.

इन लोगों से पूछताछ में यह सामने आया कि यह लोग नीदरलैंड की एक मेडिकल यूनिवर्सिटी के नाम पर लोगों को झांसा दिया करते थे, फिलहाल यह लोग कितने लोगों से ठगी कर चुके हैं इस पूरे मामले की जांच नोएडा पुलिस कर रही है ,साथ ही नोएडा पुलिस का कहना है कि इनके द्वारा मेडिकल की फर्जी डिग्री भी कई लोगों को देने का मामला सामने आया है. जिसकी जांच नोएडा पुलिस कर रही है, पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का भंडाफोड़ के बाद इनके कई और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं.

पूरे मामले को लेकर अब नोएडा पुलिस नीदरलैंड एंबेसी से भी बात कर कार्रवाई को आगे बढ़ाने की बात कह रही है, फिलहाल इन पांचों आरोपियों से नोएडा पुलिस ने करीब 5 लाख रुपये नगद, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर कई डॉक्टर और पुलिस विभाग के फर्जी प्रमाण पत्र, साथ ही पुलिस विभाग और डॉक्टरों की कई फर्जी मोहरें भी बरामद की है.