राष्ट्रपति भवन में नहीं मनाया जाएगा धार्मिक त्योहार

खबरें अभी तक। राष्ट्रपति भवन में इस बार इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं होगा। साथ ही देश के करदाताओं के पैसों से किसी भी धर्म का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस कदम से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि राष्ट्रपति भवन पूरे देश के लिए धर्मनिरपेक्ष भाव रखता है। इसलिए इसमें धर्म विशेष से जुड़े किसी भी आयोजन को मंजूरी नहीं दी जाएगी। फिर चाहे वह इफ्तार पार्टी हो या फिर किसी अन्य धर्म या समुदाय से जुड़ा कोई दूसरा कार्यक्रम।

राष्ट्रपति भवन के इस फैसले के बाद देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसपर चुप्पी साध ली है। कांग्रेस ने कहा कि ये राष्ट्रपति का फैसला है। इसलिए हम इसपर कोई भी बयान नहीं देंगे। कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्रपति के फैसले पर सवाल उठाना सही नहीं है।

बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल में दिसंबर में राष्ट्रपति भवन में क्रिसमस के दौरान कैरल सिंगिंग और दिवाली का आयोजन भी नहीं हुआ था। इससे साफ है कि रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति रहते राष्ट्रपति भवन में किसी भी धर्म का त्योहार नहीं मनाया जाएगा।