सरकार के कामों की खुली पोल , दाने-दाने को मोहताज प्रकाश चंद का परिवार

खबरें अभी तक। धर्मशाला के परोर के लाला पंचायत का रहने वाला प्रकाश चंद का परिवार आज दो वक्त की रोटी को भी मोहताज है. साल भर पहले प्रकाश चंद पहाड़ी से नीचे गिर गया था. जिससे उसके सिर में गहरी चोट लगी थी और वे 7 दिनों तक कोमा में रहा था.

प्रकाश चंद न तो शारीरिक तौर से सही है और न ही मानसिक तौर से बाहर का थोड़ा बहुत काम करके उनकी पत्नी घर का लालन पोषण कर रही हैं. लेकिन उससे घर नहीं चलता. चुनावों के दौरान नेता प्रकाश चंद को गाड़ी में बैठा कर वोट डलवाने तो ले गए थे लेकिन उनकी आज तक मदद को आगे नहीं आए.

प्रशासन की ओर से भी उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है. और तो और सरकार के द्वारा चलाई जा रही कोई योजना भी प्रकाश चंद के परिवार को नहीं मिल पा रही है. वहीं जब इस परिवार का पता समाजसेवी संजीव शर्मा को लगा तो उन्होंने इस दुखियारे परिवार के पास जाकर उनकी मदद की, और आश्वासन भी दिया कि हर महीने का राशन भी उन्हें मुहैया करवाया जाएगा साथ ही प्रकाश चंद की दवाइयों का खर्चा भी संजय शर्मा ने देने का वादा किया है.

लेकिन यहां एक बात सामने ये आई है कि जहां सरकार और प्रशासन की ओर से परिवार की कोई मदद नहीं की जा रही, वहां एक समाजसेवी की ओर से इस परिवार की ओर हाथ बढ़ाना सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।