अब सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं लैब टैक्नीशियन

ख़बरें अभी तक। रेवाड़ी: एनएचएम आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्करों के बाद अब प्रदेशभर के साथ रेवाड़ी में भी लैब टेक्नीशियनों ने अपनी चिर परिचित मांग हमारा काम, हमारे हस्ताक्षर को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अपने प्रतिष्ठान बंद कर सड़कों पर उतर आए है.

इन्होंने न केवल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, बल्कि चेतावनी भी दी कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे संसद का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे, साथ ही अनिश्चितकालीन के लिए भूख हड़ताल पर भी चले जाएंगे. ऐसे में सरकार की मुश्किलें और बढ़ती दिखाई देने लगी है.

जिले के सभी लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के बैनर तले रेवाड़ी के सामान्य अस्पताल में एकत्र हुए और प्रदर्शन करते हुए सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे, जहां इन्होंने सिविल सर्जन को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा. इनका कहना है कि एमबीबीएस डॉक्टरों को जो पढ़ाया जाता है उसके बाद टेस्ट करने की विधि और मान्यता की जानकारी लैब टेक्नीशियन को होती है,  जिसके चलते हुए वे 25, 30 सालों से लगातार कार्य कर रहे हैं. एक तरफ सरकार स्वरोजगार का नारा दे रही है तो वहीं दूसरी ओर युवाओं का रोजगार छीनने पर उतारू है, जिसे वह किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे.

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वह न केवल संसद का घेराव करेंगे, बल्कि कल से अनिश्चित काल के लिए भूख हड़ताल पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे.