विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन भारत में होना एक बड़े स्तर की उपलब्धि :मोदी

  खबरें अभी तक। विश्व पर्यावरण दिवस पर होने वाले समारोह में मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। वह राजपथ लॉन में प्रदर्शनी का भी निरिक्षण करेंगे। इस बार का थीम प्लास्टिक प्रदूषक पदार्थ से निपटने पर आधारित है, जिसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र के साथ राज्यों के पर्यावरण मंत्री भी शामिल होंगे। इस बार मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने खुशी जताई थी कि विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन भारत में होना एक बड़े स्तर की उपलब्धि है

वहीं एक दिन पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि सभी राज्य साथ मिलकर काम करें तो पर्यावरण से जुड़े लक्ष्यों को भारत प्राप्त कर सकता है। स्टेट ऑफ एनवायरमेंट रिपोर्ट इंडिया 2015 के तहत वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने केन्द्रीय सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मानता है कि भारत अपने लक्ष्यों को तय समय सीमा से पहले ही हासिल कर सकता है।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम (यूएनईपी) के कार्यकारी निदेशक एरिक सोलहेम ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन के लिए भारत उनकी पहली पसंद था। इसकी आबादी व आर्थिक विकास एक मजबूत पक्ष है। शहरीकरण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लोगों का मुद्दा बनाना चाहिए।पर्यावरण राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषक तत्वों के खिलाफ एक अभियान चलाने की जरूरत है।

एनवायरमेंट पर सरकार की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में वन क्षेत्र 21.34 फीसद है। 2009 की अपेक्षा इसमें 1.29 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। स्टेट ऑफ एनवायरमेंट रिपोर्ट इंडिया 2015 में कहा गया है कि पेड़ पौधों व वन क्षेत्र को मिलाकर हरियाली कुल 24.16 फीसद क्षेत्र में है। 89 फीसद वन क्षेत्र के साथ मिजोरम पहले नंबर पर है। 33 फीसद से ज्यादा वन क्षेत्र वाले 15 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में असम सबसे नीचे है। वह कुल वन क्षेत्र 35 फीसद है। मध्य प्रदेश का वन क्षेत्र देश में सबसे ज्यादा है। यहां कुल 72,462 वर्ग किमी इलाका वन से आच्छादित है।