हिमाचल प्रदेश: चंबा जिला के दस गांव में पानी की हाहाकार

ख़बरें अभी तक। चंबा जिले के पानी से तरसते 10 गांव डांड,शैल्नु,जींड,डीड़ोडी,मऊआ,धरबुनी,लढाण,डूघली,लुनेरा,मंजीर है जहां लोग पानी की रोज की किल्लत से परेशान है. ग्राम पंचायत चोली के अंतर्गत आने वाला जीनड गावं में पिछले 3 साल से पानी की समस्या है परंतु यह समस्या आज तक हल नहीं हुई है ग्राम पंचायत चोली की ओर से आज तक इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. आज भी लोगों को पानी पीने के लिए 4 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है लोगों ने इसके बारे में प्रशासन को कई बार सूचित किया परन्तु प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है लोगों की प्रशासन से मांग है कि पानी की समस्या जल्द ही दूर हो.

वहीं दूसरी और स्थानीय निवासी का कहना है कि हमारे गांव में तीन साल से पानी की समस्या है जिसके चलते हमें अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए काफी दूर से पानी लाना पड़ता है और अपने लिए भी पानी पीने के लिए 4 किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है यह समस्या हमारी 3 सालों से हैं परंतु आज तक इस गांव में ना कोई विधायक न कोई मंत्री आए है. जब इलेक्शन का टाइम होता तो यहां सभी लोग आते हैं और झूठे वादे करके चले जाते हैं परंतु फिर भी यह समस्या, समस्या ही बनकर रह जाती है. हमारी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द हमारे गांव में पानी की समस्या को दूर किया जाए ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े.

वहीं लेख राज स्थानीय निवासी का कहना है कि हमारे गांव की पाइप लाइन 15 किलोमीटर दूर है, हालांकि हमने जुलाई 2016 को प्रशासन को उसके बारे में अवगत करवाया था लेकिन प्रशासन की ओर से आश्वासन के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला दूसरी और बात है स्वच्छता अभियान कि मोदी जी ने स्वच्छता अभियान तो चला दिया है लेकिन शायद वह भूल गए हैं कि जहां पर पानी नहीं होगा वहां स्वच्छता कैसे होगी मोदी जी ने एक अभियान चलाया था जो भी सरकारी कर्मचारी है और अन्य लोग हैं उन्हें अपने घर में शौचालय बनाने जरूरी है, जो गरीब लोग है उन्होंने जैसे-तैसे करके अपने घर में शौचालय तो बनाए हैं लेकिन उन शौचालयों का आज तक उपयोग नहीं होता क्योंकि जब पानी ही नहीं है तो हम उन शौचालय को कैसे उपयोग करेंगे इसलिए हम लोग स्वच्छता अभियान के लिए भी पानी की मांग करते हैं और मवेशियों को पानी पिलाने की जो समस्या है और जो भी गांव वासियों की समस्या है उन्हें दूर करने की सरकार से मांग करते हैं.